3 साल से फाइलों में दफन सीमा हत्याकांड का पर्दाफाश, पति नहीं प्रेमी निकला हत्यारोपी, गिरफ्तार
नई दिल्ली।तीन साल से लोनी बॉर्डर थाने की फाइलों में दफन सीमा हत्याकांड का एसपी ग्रामीण की एसओजी टीम ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने सीमा के प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि सीमा की हत्या उसके पति ने नहीं बल्कि लिवइन रिलेशनशिप में रहने वाले प्रेमी ने की थी। हालांकि मृतका के परिजनों द्वारा पति के खिलाफ दहेज मुत्यु का केस दर्ज कराया गया था, लेकिन पुलिस की जांच में प्रेमी का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर फोकस कर दिया था। फरार प्रेमी की गिरफ्तारी पर एसएसपी द्वारा 20 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया था।
एसपी ग्रामीण डा. ईरज राजा ने बताया कि 17 जुलाई 2019 को लोनी बॉर्डर थानाक्षेत्र की सेवाधाम चौकी क्षेत्र के महामाया कुंज में रहने वाली सीमा नामक महिला की हत्या कर दी गई थी। महिला को डीजल डालकर आग लगाई गई थी। इस मामले में सीमा के भाई अजय की ओर से 20 जुलाई 2019 को पति के खिलाफ दहेज मृत्यु का केस दर्ज कराया गया था। सीमा के परिजनों का आरोप था कि उसका पति नशे का आदी है। वह आए दिन उसके साथ मारपीट करता था और दहेज के लिए उसे प्रताडि़त करता था। जिससे परेशान होकर सीमा पति से अलग रहने लगी थी। एसपी ग्रामीण की मानें तो पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच की। पुलिस की जांच में सीमा का पति निर्दोष पाया गया। जिसके चलते पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी नहीं की। लेकिन पुलिस हत्यारोपी का सुराग लगाने में कामयाब नहीं हो सकी। बावजूद इसके हत्यारोपी तक पहुंचने के प्रयास जारी थे। एसपी ग्रामीण ने बताया कि तीन साल की मशक्कत के बाद पुलिस ने सीमा के प्रेमी धनराज उर्फ मोनू निवासी रमाला बागपत को गिरफ्तार किया है। धनराज वर्तमान में दुर्गापुरी चौक दिल्ली में अपने परिवार के साथ छिपकर रह रहा था।
कंपनी में एक साथ जॉब करने के दौरान हुई थी सीमा से मुलाकात
एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने बताया कि पति से अलग होने के बाद सीमा किराए का कमरा लेकर रहने लगी थी। वह हर्ष विहार दिल्ली स्थित एक कंपनी में जॉब करती थी। वहीं उसकी मुलाकात कंपनी में काम करने वाले हत्यारोपी धनराज से हुई। कुछ दिनों की बातचीत के दौरान धनराज ने महिला से शादी करने का वादा किया। जिसके बाद धनराज महिला के साथ उसके ही कमरे में लिवइन रिलेशनशिप में रहने लगा था। दोनों करीब छह माह तक एक दूसरे के साथ रहे और उनके बीच शारीरिक संबंध बन गए थे।
शादी का दबाव बनाने पर डीजल छिडक़ कर लगा दी थी आग
पुलिस की मानें तो लिवइन रिलेशनशिप में रहने के दौरान सीमा आरोपी धनराज पर शादी करने का दबाव बनाती थी। जिसको लेकर उनके बीच आए दिन झगड़ा शुरू हो गया था। झगड़े में कई बार धनराज ने सीमा के साथ मारपीट भी की। 17 जुलाई 2019 को धनराज और सीमा के बीच इसी बात को लेकर फिर झगड़ा हुआ। इस झगड़े में आरोपी ने पीछा छुड़ाने के लिए सीमा पर डीजल छिडक़ कर आग लगा दी और उसकी हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गया।
जीटीबी में सीमा को भर्ती कराने के दौरान हुई गलती से पकड़ा गया प्रेमी
एसपी ग्रामीण ने बताया कि हत्यारोपी धनराज महिला के संपर्क में आने के बाद से ही पैंतरेबाजी चल रहा था। साथ रहने के दौरान सीमा जब बीमार हुई तो धनराज ने उसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उसने अपना नाम मोनू दर्ज कराया और स्थानीय पते के तौर पर शिव विहार दिल्ली का पता लिख दिया। लेकिन यहां मोनू उर्फ धनराज से एक गलती हो गई। अस्पताल के रिकॉर्ड में उसने अपना जो मोबाइल नंबर दर्ज कराया वह सही था। अस्पताल से मिले मोबाइल नंबर से पुलिस ने उसकी आईडी निकाल ली। साथ ही शिव विहार पहुंचकर पता तस्दीक किया तो वह फर्जी पाया गया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि जांच के दौरान शिव विहार के लोगों ने पुलिस को बताया कि यहां मोनू नहीं बल्कि धनराज नामक युवक किराए पर रहा करता था। इसके बाद पुलिस ने धनराज पर शिकंजा कस दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सीमा की हत्या के बाद कर ली थी आरोपी ने शादी, छोड़ गई पत्नी
सीओ लोनी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि सीमा की हत्या के बाद आरोपी धनराज पुलिस से छिपकर दिल्ली के दुर्गापुरी इलाके में मलीन घनी बस्ती में अपने परिवार के साथ रह रहा था। उसने शादी कर ली थी। लेकिन शादी के छह माह बाद ही उसकी पत्नी उसे छोडक़र चली गई थी। इस संबंध में पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि पत्नी के किसी अन्य युवक से संबंध थे। जिसके चलते वह उसे छोडक़र चली गई थी। ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी मुनिराज जी ने नगद ईनाम देने की घोषणा की है।
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