Uttarakhand Election 2024 : जोत सिंह गुनसोला दे रहें हैं टिहरी की रानी को चुनावी टक्कर, जानें उनका सियासी सफर

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टिहरी सीट से कांग्रेस ने इस बार मैदान में जोत सिंह गुनसोला को उतारा है। जबकि बीजेपी ने एक बार फिर से माला राज्य लक्ष्मी शाह पर भरोसा जताया है। गुनसोला को पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत का करीबी माना जाता है। वो क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।


जोत सिंह गुनसोला का जन्म 10 फरवरी 1954 को टिहरी में हुआ। गुनसोला में यूथ कांग्रेस में शामिल होकर अपने राजनीतिक जीवन का सफर शुरू किया। बता दें कि गुनसोला दो बार मसूरी से विधायक रहे। पिछले लोकसभी चुनाव में कांग्रेस मे टिहरी सीट से प्रीतम सिंह चौहान को मैदान में उतारा था। लेकिन इस बार उनके चुनाव लड़ने में असमर्थता जताने के बाद कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला को उम्मीदवार बनाया है।

गुनसोला का सियासी सफर
जोत सिंह गुनसोला अपने सरल व्यवहार और साफ छवि के लिए जाना जाता है। मसूरी नगर पालिका परिषद के वो दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही गुनसोला राज्य गठन के बाद मसूरी से पहले विधायक भी चुने गए। सत्ता विरोधी लहर के बाद भी गुनसोला लगातार दूसरी बार मसूरी से 2007 में भी विधायक बने।

जोत सिंह गुनसोला साल 1988 और साल 1997 में मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए। जिसके बाद साल 2002 में वो राज्य के पहले विधानसभा चुनाव में मसूरी से विधायक बने। इसके बाद साल 2007 में वो फिर से मसूरी से विधानसभा पहुंचे। इसके बाद वो 2019 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष चुने गए।

माला राज्य लक्ष्मी शाह को दे रहे चुनावी टक्कर
टिहरी सीट से बीजेपी ने एक बार फिर से माला राज्य लक्ष्मी शाह को मैदान में उतारा है। कांग्रेस से जोत सिंह गुनसोला उन्हें चुनावी टक्कर दे रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार माला राज्य लक्ष्मी शाह ही विजयी रहीं थी। टिहरी सीट पर राजशाही परिवार का तिलिस्म आज तक नहीं टूट पाया है। ऐसे में ये देखना बेहद ही दिलचस्प होगा क्या जोत सिंंह गुनसोला टिहरी में राजशाही परिवार का तिलिस्म तोड़ पाते हैं या नहीं।

टिहरी सीट पर 11 बार जीता राजशाही परिवार
टिहरी सीट पर राजशाही परिवार का तिलिस्म ही है जिसके प्रभाव के कारण टिहरी सीट पर राजशाही परिवार 17 लोकसभा चुनावों में 11 बार जीता है। स्वतंत्रता के बाद अब तक 17 लोकसभा चुनाव में 11 बार राजशाही परिवार ने जीत हासिल की है। 1952 में पहली बार में इस सीट पर राज परिवार की कमलेंदुमति शाह निर्दलीय चुनाव जीती थीं। इसके बाद राजशाही परिवार से मानवेंद्र शाह ने 1957, 1962 और 1967 के लोकसभा चुनावों में जीते। मानवेंद्र शाह ने कांग्रेस से ये चुनाव लड़े थे।

1991 में मानवेंद्र ने शाह ने भाजपा ज्वाइन कर ली। जिसके बाद 1991 से 2004 तक हुए पांच आम चुनावों में मानवेंद्र शाह भाजपा से लगातार जीते। बता दें कि टिहरी सीट से आठ बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड राजशाही परिवार के मानवेंद्र शाह के नाम ही है