दुःखद – रात को मच्छर भागने वाली क्वाईल जलाई, सुबह 6 लोगों की हुई संदिग्ध मौत,2 गंभीर
दिल्ली एसकेटी डॉट कॉम
मच्छर मारने वाली क्वायल आपके जीवन के लिए खतरनाक हो सकती है. बंद कमरे में से रात को कमरे जलाना और इससे निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड आपके जीवन के लिए खतरा बन सकती है. इसलिए इसके इस्तेमाल पर सावधानी और जागरूकता करना जरूरी है
इससे पहले कि आपसे भी किसी दर्दनाक हादसे का शिकार हो इसलिए यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। राष्ट्रीय राजधानी में आज सामने आज एक दर्दनाक हादसे की जानकारी सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में एक ही परिवार के 6 लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। जबकि इसी परिवार के तीन लोग इस हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। बताया जा रहा है कि यह परिवार रात में सोने के अपने गद्दे के आसपास मक्छरों को भागने वाला मॉर्टिन कॉइल जलाकर सो गया था।
इससे बाद रात्रि में कब गद्दे ने आग पकड़ ली और मॉर्टिन और आग के धुएं में फंसे परिवार के छह सदस्यों की दम घुटने से मौत हो गई। जबकि परिवार के अन्य सदस्यों को अस्पताल भर्ती कराया गया है। कहा जा रहा है कि रात्रि भर मॉस्किटो कॉइल से निकलने वाले कार्बन मोनोऑक्साइड को रातभर यह परिवार सांस के साथ अंदर लेता रहा और फिर गद्दे में आग से हुए धुएं से दम घुटने से छह लोगों की जान चली गई।
डेढ साल के बच्चे की भी मौत
दिल्ली पुलिस के अनुसार हादसे में जलने और दम घुटने से हुई छह मौतों में चार पुरुष, एक महिला और एक डेढ़ साल का बच्चा भी शामिल है।
जिला पुलिस उपायुक्त जॉय टिर्की ने परिवार के छह लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। दरअसल शुक्रवार सुबह 9 बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि एक घर में आठ लोग अचेत मिले हैं, सभी को जग प्रवेश चंद अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिसमें से छह को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। मृतक शास्त्री पार्क में मछली मार्केट के पास रहते थे।
मॉस्किटो कॉइल जलाकर सोना खतरनाक
डॉक्टरों के मानें तो मच्छरों से मुक्ति के लिए बंद कमरे में कॉइल जलाना बेहद खतरनाक होता है। कॉइल जलने से बंद कमरे में हवा पास ना होने के कारण कार्बन मोनोऑक्साइड भरती जाती है और धीरे धीरे यह सांसों के रास्ते शरीर में भर जाती है और फिर सांस लेने में तकलीफ होती है और दम घुटने से मौत का खतरा पैदा हो जाता है। एक रिसर्च के अनुसार एक कुल सौ सिगरेट के बराबर खतरनाक होती है। इसमें से PM 2.5 धुआं निकलता है जो शरीर के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है।
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