#haldwani कैसे पहुंचे आदि कैलाश, यहां मिलेगी पूरी जानकारी

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आदि कैलाश बेहद ही उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत और पवित्र पर्वत चोटियों में से एक है। ये चोटी इतनी पवित्र है कि इसे भारत का कैलाश पर्वत माना जाता है। इसके साथ ही ये पंच कैलाश में से एक है। जो कि पंच कैलाश में दूसरे स्थान पर आता है। जिसे छोटा कैलाश भी कहा जाता है।

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कैलाश पर्वत की प्रतिकृति है आदि कैलाश
आदि कैलाश यानी कि छोटा कैलाश हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है। इस पवित्र पर्वत के प्रति लोगों की गहरी श्रद्धा है। लोग इसके अत्यधिक धार्मिक महत्व के लिए इसका सम्मान करते हैं। अगर आप आदि कैलाश को देखते हैं तो ये आपको बिल्कुल कैलाश पर्वत जैसा लगेगा।

यही कारण है जिसकी वजह से कहा जाता है कि अगर आप कैलाश पर्वत की यात्रा पर नहीं जा सकते तो उत्तराखंड में आदि कैलाश की यात्रा करें। क्योंकि इस से वही पुण्य मिलेगा जो कि कैलाश दर्शन से मिलता है।

कैसे पहुंचे आदि कैलाश ?
आदि कैलाश उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में स्थित है। यहां के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम हल्द्वानी है। जबकि नजदीकी एयरपोर्ट पंंतनगर हवाई अड्डा है। हालांकि पिथौरागढ़ में भी हवाई अड्डा है लेकिन वर्तमान में वहां से फ्लाइट का संचालन नहीं किया जा रहा है।

हल्द्वानी पहुंचने के बाद अब यहां से बस या टैक्सी पिथौरागढ़ के लिए ले सकते हैं। टनकपुर रेलवे स्टेशन से भी धारचूला के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं। धारचूला से पांच किलोमीटर का सफर तय करने के बाद तपोवान आता है। जिसके बाद आगे बढ़ने पर आपको रास्ते में मिलता है मालपा गांव। यहां पर आप खूबसूरत झरने का दीदार कर सकते हैं।

गुंजी पहुंचने से पहले सीता पुल के करें दीदार
गुंजी पहुंचने से पहले रास्ते में आपको मिलेगा सीता पुल। यहां पर आप भारत ओर नेपाल की पहाड़ियों को जोड़ते हुए सीता पुल देख सकते हैं। जो कि लकड़ी का बना हुआ है जो कि हवा मे झूलता हुआ है। यहां से थोड़ा आगे बढ़ने पर आप पार्वती सरोवर पहुंचेंगे।

आदि कैलाश के दर्शन कर मिलती है मन को शांति
यहां पर आप मशहूर शिव पार्वती मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। इस सरोवर के पास ही काली मंदिर है। इसी के पास शेषनाग पर्वत और वेदव्यास गुफा स्थित है। यहीं से लोग आदि पर्वत के दर्शन करते हैं। बता दें कि पिथौरागढ़ से 90 किलोमीटर दूर धारचूला पहुंचने के बाद यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण होता है। जिसके बाद उन्हें इनर लाइन परमिट जारी होता है।