IPL 2025 के नियम में बदलाव, जानें क्या है Right to Match Card, अब कैसे होगा इस्तेमाल?

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अगले साल होने वाले आईपीएल के लिए आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने मेगा ऑक्शन के लिए रिटेंशन पॉलिसी की घोषणा कर दी है। IPL 2025 में कई सारे बदलाव देखने को मिलेंगे। 28 सितंबर को हुई मीटिंग में कई फैसले लिए गए। इसके साथ ही राइट टू मैच कार्ड (Right to Match Card) की भी वापसी हो गई है। हालांकि इस कार्ड को यूज करने के नियम में बदलाव हुआ है। जो खिलाड़ियों के लिए काफी फायदेमंद है।


अगले साल होने वाले आईपीएल से पहले सभी टीमें छह खिलाड़ियों से ज्यादा रिटेन नहीं कर सकती है। इसमें राइट टू मैच कार्ड भी शामिल है। फ्रैंचाइजी पांच कैप्ड खिलाड़ियों और दो अनकैप्ड खिलाड़ियों से ज्यादा को रिटेन नहीं कर सकती। ऐसे में अगर फ्रैंचाइजी ऑक्शन से पहले ही सभी प्लेयर्स को रिटेन कर देती है तो टीम के पास ऑक्शन में RTM कार्ड नहीं होगा।

तो वहीं अगर टीम छह से कम, मान लीजिए पांच खिलाड़ियों को रिटेन करती है। तो उसके पास एक राइट टू मैच कार्ड होगा। ऐसे में टीम ऑक्शन के दौरान अपने खिलाड़ियों में से किसी एक को टीम में वापस शामिल कर सकती है। टीम जितने कम खिलाड़ियों को रिटेन करेगी, उसके पास उतने RTM कार्ड होंगे। जिसे टीम ऑक्शन में यूज कर सकती है।

Right to Match Card के नियम में बदलाव
राइट टू मैच कार्ड को यूज करने के रूल्स में कुछ बदलाव किए गए है। इससे खिलाड़ियों को काफी फायदा होने वाला है। बता दें कि पहले राइट टू मैच कार्ड का इ्स्तेमाल टीमें ऑक्शन में प्लेयर पर लगी सबसे बड़ी बोली से मेल होने पर सहमत से होता था। जिससे वापस से वो खिलाड़ी को टीम में शामिल करती थीं। लेकिन अब राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल होने पर जो टीम सबसे बड़ी बोली लागएगी उसे एक और मौका दिया जाएगा। टीम एक बार और बोली बढ़ा सकती है। उसके बाद भी दूसरी टीम इस कार्ड का इस्तेमाल करती है तो वो खिलाड़ी उनकी टीम में शामिल हो जाएगा।

उदाहरण से समझिए कैसे होगा RTM कार्ड का इस्तेमाल?
अगर आप अभी भी नहीं समझे तो एक उदाहरण के तौर पर हम आपको समझाते है। मान लिजिए शुभमण गिल का ऑक्शन हो रहा है। आरसीबी ने उनके लिए सबसे ज्यादा आठ करोड़ की बोली लगाई है। तो शुभमण गिल की मौजूदा फ्रैंचाइज गुजराज टाइटंस को सबसे पहले ये पूछा जाएगा कि क्या वो अपना RTM कार्ड यूज करना चाहती है। अगर गुजरात इसपर सहमती जताती है तो आरसीबी को एक और मौका दिया जाएगा बोली को ज्यादा करने का। आरसीबी ने बोली को 12 करोड़ कर दिया। तो गुजरात के उपर ये डिपेंड करेगा कि वो अपना RTM कार्ड यूज कर गिल को 12 करोड़ में खरीदना चाहती है कि नहीं।