#Bagh #tenduya # virusपालतू कुत्तों का शिकार करने से बाघों के जीवन पर मंडरा रहा खतरा, इस बीमारी की चपेट में आ रहे बाघ/तेंदुए

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जंगल के बाहर निकाल कर खेत खलियान में घूमते बाघ और तेंदुए द्वारा कुत्तों को शिकार बनाए जाने से वन्य जीव प्रेमी और विशेषज्ञ चिंतित है। कुत्तों में पाए जाने वाले कैनाइन डिस्टेंपर वायरस बाघ तेंदुओं के लिए खतरा हो सकते हैं दुधवा टाइगर रिजर्व के बाघ ढाका हरदुआ बलारपुर ग्रँट नंबर तीन सहित वन क्षेत्र के नजदीकी गांव में आ रहे हैं। इस दौरान वह गाय भैंस आदि पशुओं को तो निवाला बना ही रहे हैं कभी-कभी कुत्तों का भी शिकार कर लेते हैं पिछले कुछ महीने में कई कुत्तों को बाघो ने निवाला बना चुके हैं। पालतू कुत्तों के मामले सामने आ गए लेकिन आवारा कुत्ते को शिकार बनाए जाने की जानकारी शायद ही किसी को हो पाती हो यदि इन कुत्तों में कैनाइन डिस्टेंपर वायरस मौजूद हुए तो बाघ भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं पिछले कुछ वर्षों में हिरण भी जंगल से बाहर निकाल कर तीन-चार किलोमीटर दूर सड़कों पर आ जाते हैं जहां घूमने वाले आवारा कुत्ते उन्हें नोच कर लहूलुहान कर देते हैं वह हिरण कैनाइन डिस्टेंपर वायरस का शिकार हो जाए तो उनका शिकार करने वाले भाग भी इस वायरस से रोग ग्रस्त हो सकते हैं।

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वन्य जीव विशेषज्ञ डॉक्टर जितेंद्र शुक्ला बताते हैं कि कुत्तों में कारण रिसेप्टर वायरस हुआ तो बाघ और तेंदुआ में भी इस वायरस फैलने का खतरा बना रहेगा।

ललित वर्मा निर्देशक दुआ टाइगर रिजर्व कुत्तों से वन्य जीवन में कहना रिसेप्टर वायरस फैलने का खतरा बना ही रहता है इससे वन्यजीवों को बचाने के लिए पूरी सतर्कता भी बढ़ती जाती है पकड़े गए बैग में किसी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो उनकी जांच कराई जाती है यद्यपि दुधवा टाइगर रिजर्व में अभी तक ऐसा कोई मामला नहीं हुआ है

डॉ अंकुर वर्मा पशु चिकित्सा अधिकारी बांकेगंज खीरी ने बताया कि कैनन रिसेप्टर एक वायरस जनित बीमारी है इसके लक्षण भूख न लगना उल्टी दस्त बुखार है खेती वायरस से ग्रस्त कुत्ते को बाग केवल मारकर छोड़ देता है तो खतरा कम रहता है आवारा कुत्तों के टीकाकरण की व्यवस्था नहीं होती है इसलिए इनमें वायरस की आशंका अधिक रहती है

गिर के जंगलों में वायरस से 23 शेरों की कोई थी मौत पन्ना टाइगर रिजर्व में यह खतरनाक वायरस भागों में पाया जा चुका है यहां बाकी इसी से मौत हो चुकी है गुजरात स्थित गिरी के जंगल में इस वायरस से 23 शेरों की मौत हो गई थी