नैनीताल में अजय भट्ट और प्रकाश जोशी आमने-सामने, कौन किस पर पड़ेगा भारी ?

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नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट जहां एक ओर भाजपा ने अजय भट्ट को फिर से मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने युवा और नए चेहरे पर दांव खेला है। अजय भट्ट राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी माने जाते हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी युवा चेहरे हैं। ऐसे में दोनों के बीच का मुकाबला देखना काफी रोमांचक होगा।

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नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से एक बार फिर बीजेपी ने अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा हाईकमान ने अजय भट्ट पर फिर भरोसा जताया है। भाजपा के प्रत्याशी के रूप में सांसद अजय भट्ट पर पार्टी ने ऐसे ही दोबारा भरोसा नहीं जताया है। उनके क्षेत्र में सतत सक्रिय रहने और क्षेत्र की कई समय से लंबित समस्याओं के समाधान करने के कारण उन पर भरोसा जताया गया है।

अजय भट्ट ने बतौर सांसद लोकसभा में पहला सवाल ही जमरानी बांध का उठाया था। इसके साथ ही उन्होंने रोपवे, बलियानला सहित कई मुद्दों को लेकर सवाल उठाए और उनका निदान भी करवाया है। अपने गहन अध्ययन के साथ ही व्यवहार के चलते वो पहले भी दो बार सासंद घोषित किए गए।

युवा चेहरे हैं कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी
कांग्रेस ने इस बार पहाड़ तराई भाबर को अपने में समेटे नैनीताल सीट से नए चेहरे प्रकाश जोशी को मैदान में उतारा है। प्रकाश जोशी युवा नेता है। इन्हें राहुल गांधी का भी करीबी माना जाता है। प्रकाश जोशी ने दो बार 2012 और साल 2017 में नैनीताल जिले के कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ा और दोनों बार ही उन्हें बीजेपी प्रत्याशी बंशीधर भगत के हाथों से मात खानी पड़ी।

कौन किस पर पड़ेगा भारी ?
जहां एक ओर बीजेपी ने दिग्गज नेता को मैदान में उतारा है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने नए चेहरे पर दांव लगाया है। नैनीताल सीट से अजय भट्ट की अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनकी इस सीट की अच्छी समझ के चलते ही वो साल 2019 में इस सीट से जीते थे। उन्होंने पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत को हराया था।

तो वहीं प्रकाश जोशी को भी भाबर और तराई के क्षेत्र की अच्छी समझ है। लेकिन उन्हें इस सीट से जीत के लिए लोगों के बीच अपने मुद्दों को लेकर जाना होगा। जहां एक ओर बीजेपी पांच लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीतने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी पुरानी चेहरों पर ही दांव खेलती है जिससे जनता ऊब चुकी है और जनता इस बार युवा चेहरे को मौका देगी। अब देखना ये होगा कि जनता क्या एक बार फिर से अजय भट्ट को चुनती है या फिर इस बार युवा चेहरे प्रकाश जोशी को विजयी बनाती है।