गोगामेड़ी की हत्त्या के बाद सामने आई उसकी दूसरी पत्नी, कहा एक नही बल्कि 3 पत्नियां थी गोगामेड़ी की

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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के पांच दिन बाद एक महिला जयपुर में मीडिया के सामने आई है। उसने बताया कि वह गोगामेड़ी की दूसरे नंबर की पत्नी सपना सोनी है। उसका कहना है कि गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों को सजा मिलेगी, तभी न्याय मिलेगा। एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि गोगामेड़ी के एक नहीं, तीन पत्नियां हैं। तीनों से गोगामेड़ी ने समाज-परिवार के सामने फेरे लेकर शादी नहीं की। तीनों ने अपनी मर्जी से गोगामेड़ी के साथ रहना स्वीकार किया है। तीनों के आपस में नहीं बनने के कारण अलग-अलग रहती हैं।
महिला ने बताया कि गोगामेड़ी की पहली पत्नी शकुंतला चौधरी है। दूसरी पत्नी वह स्वयं है, जबकि तीसरी पत्नी शीला कंवर है। सोनी का कहना है कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के शीला कंवर से दो बेटियां ही नहीं, बल्कि उनसे एक बेटा भी है।
सपना सोनी का कहना है कि गोगामेड़ी के 200 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उन्हें न्याय चाहिए, रुपए नहीं। गोगामेड़ी के हत्यारों को फांसी दी जानी चाहिए। सोनी का कहना है कि शीला कंवर राजपूत समाज से होने के कारण उसका सपोर्ट किया जा रहा है। वे भी आंदोलन के समय बाहर आ सकती थी। गोगामेड़ी की हत्या किस कारण से की गई, आरोपियों को सजा मिलेगी तभी न्याय मिलेगा।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
करणी सेना के अध्यक्ष को घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
5 दिसंबर को दोपहर करीब 1:03 बजे 2 बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था।
गैंगस्टर रोहित गोदारा ने ली थी हत्या की जिम्मेदारी
घटना के बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से बने फेसबुक पेज पर हत्या की जिम्मेदारी ली गई थी। पोस्ट में लिखा- राम राम, सभी भाइयों को मैं रोहित गोदारा कपूरीसर, गोल्डी बरार। भाइयों आज यह जो सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या हुई है। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हत्या हमने करवाई है। भाइयों मैं अपको बताना चाहता हूं कि ये हमारे दुश्मनों से मिलकर उनका सहयोग करता था। उनको मजबूत करने का काम करता था। रही बात दुश्मनों की तो वह अपने घर की चौखट पर अपनी अर्थी तैयार रखें। जल्दी उनसे भी मुलाकात होगी।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने वाले दोनों शूटर्स को पुलिस ने शनिवार देर रात चंडीगढ़ से पकड़ लिया है।
गोगामेड़ी कौन थे
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। इससे पहले लंबे समय तक राष्ट्रीय करणी सेना से जुड़े रहे थे। विवाद के बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था।
करणी सेना से अलग होकर बना था संगठन
साल 2006 में सबसे पहले करणी सेना बनी थी। बाद में लोकेंद्र सिंह कालवी ने अलग संगठन राजपूत करणी सेना बनाया था। साल 2012 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को श्री राजपूत करणी सेना का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बाद में कालवी और गोगामेड़ी में विवाद हो गया था। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2017 में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के नाम से अलग संगठन बना लिया था। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना है। वहीं सुखदेव सिंह राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम का संगठन संभाल रहे थे।

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