आखिर प्रमोशन से पहले ही लोनिवि के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने मौत को क्यों लगाया गले!

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भिकियासैंण skt. कॉम

भिकियासैंण के किनारी बाजार में रहने वाले लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड रानीखेत में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्य करने वाले युवक ने संदिग्ध परिस्थितियों में गले में फंदा लगाकर अपने जीवन लीला गवा दी.

जानकारी के मुताबिक रानीखेत लोनिवि के निर्माण खंड में चतुर्थ श्रेणी में कार्यरत युवक मदन सिंह रावत पुत्र चंदन सिंह रावत 35 वर्ष भिकियासैंण तहसील अंतर्गत क्षेत्र में कार्य करता था.

वह मूल रूप से खुरेड़ी (कनोली) विकासखंड ताड़ीखेड़ तहसील भिकियासैंण का रहने वाला था जो की भी यही किनारी बाजार में अपने दो बच्चों के साथ किराए पर रहकर में ही लोग निर्माण विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्य करता था

शुक्रवार की रात को खाना खाने के बाद जब वह सोने चला गया बच्चे दूसरे कमरे में सो गए सुबह बंद कमरे में से बाहर नहीं आने के बाद जब परिजनों ने उसे उठाने की कोशिश की और दरवाजा खोलकर अंदर गए तो अंदर का नजारा देखकर उनके हाथ पांव फूल गए। इसकी सूचना तुरंत भिकियासैंण चौकी को दी गई जहां सी विजय रावत अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रानीखेत सिविल अस्पताल भेज दिया।

जानकारी के अनुसार मदन की इसी वर्ष चतुर्थ श्रेणी से प्रमोशन होना था लेकिन ईश्वर को क्या मंजूर प्रमोशन से पहले क्या उसके दिल में था कि उसने खुद के गले में फांसी का फंदा लग उसके घर के लोगों को इस घटना की जानकारी मिली तो वह हक्के-बक्के रह गए स्वभाव से अच्छे मदन के द्वारा यह कदम उठाए जाने से तरह-तरह की चर्चाओं को बल मिला है हालांकि विजय रावत जो की विज्ञापन चौकी के प्रभारी है ने किसी भी तरह की सुसाइड नोट मिलने की बात भी नहीं की है