डोईवाला में डकैती का खुलासा, पकड़े गए आरोपी, इतना नकद बरामद

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डोईवाला में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के रिश्तेदार शीशपाल अग्रवाल के घर दिनदहाडे़ डकैती की घटना का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पांच की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पांच लाख से अधिक नकद बरामद हुआ है।

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आपको बता दें कि डोईवाला के घराट रोड इलाके में रहने वाले शीशपाल अग्रवाल के घर पंद्रह तारीख को दिन दहाड़े डकैती पड़ी थी। इस डकैती के बाद हड़कंप मच गया था। पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी। इसके साथ ही चूंकि शीशपाल अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के करीबी रिश्तेदार हैं लिहाजा पुलिस पर दबाव था। इसी के चलते पुलिस ने इस डकैती का खुलासा करने में पूरी ताकत झोंक दी।


महबूब निकला मास्टर माइंड
पुलिस ने इस मामला का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक इस डकैती का मास्टर माइंड महबूब नाम का एक शख्स है। महबूब ठेकेदार है और करीब दो साल पहले उसने इस घर में बढ़ई का काम करवाया था। इस दौरान वो घरवालों की दिनचर्या से पूरी तरह से वाकिफ हो चुका था। महबूब के बारे में जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसे तलाश करना शुरु किया। वो न तो अपने घर पर मिला और न ही अपने रिश्तेदारों के पास। उसका फोन भी बंद मिला। इस बीच पुलिस ने उसे मुजफ्फरनगर के सरवट से गिरफ्तार कर लिया। महबूब उस समय अपनी स्विफ्ट कार से अपने वकीस से मिलने जा रहा था।


महबूब ने पुलिस को सारी कहानी बताई और इसके साथ ही अपने साथियों के बारे में भी बताया। पुलिस ने महबूब की निशानदेही पर शमीम और मुनव्वर नाम के दो अन्य आरोपियों को पकड़ा। इन लोगों ने मुजफ्फरनगर के रियाज, नावेद, मेहरबान और वसीम नाम के चार लोगों को इस डकैती में शामिल किया।

पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के पास से पांच लाख 19 हजार रुपए कैश बरामद किए हैं। इसके साथ ही एक तमंचा, 2 कारतूस, दो कारें, एक बाइक और एक स्कूटी भी बरामद की है। वहीं इस मामले का खुलासा करने वाली टीम को डीजीपी ने एक लाख रुपए का जबकि डीआईजी गढ़वाल ने पचास हजार का इनाम देने का ऐलान किया है।


मानों लगा दी पूरी फोर्स
पुलिस ने इस मामले का खुलासा करने के लिए मानों पूरी फोर्स ही लगा दी। पुलिस ने इस मामले में एसपी रूरल कमलेश उपाध्याय, सीओ डोईवाला अनिल कुमार शर्मा, सीओ ऋषिकेश डी0सी0 ढौंडियाल, सीओ विकासनगर सन्दीप नेगी और सीओ प्रेमनगर दीपक सिंह के अलावा 54 अन्य पुलिस कर्मियों को इस डकैती के खुलासे के लिए लगाया था।