कांग्रेस का कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
उत्तराखंड में कानून व्यवस्था को लेकर राजधानी देहरादून में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला फंूककर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा की सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है। आए दिन प्रदेश में कोई ने कोई बड़ी घटना घट रही है।
आज राजधानी देहरादून में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने प्रदेश की भाजपा सरकार का पुतला फूंका सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि चाहे अंकिता हत्याकांड का मामला हो या फिर और दूसरे मामले में हो सरकार को गंभीरता से पूरे मामले की जांच करानी चाहिए।
साथ नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजधानी देहरादून में भी एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली इस पूरे मामले की भी न्यायिक जांच होनी चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के महानगर अध्यक्ष का कहना है प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे मामलों को लेकर सरकार को सख्त रुख अख्तियार करना चाहिए।
गौरतलब है कि 10 नवंबर को देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी के आवास परिसर स्थित सर्वेंट क्वार्टर में एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। त्रिजुगी नारायण थाना ऊखीमठ जिला रुद्रप्रयाग निवासी सुलेखा (22 वर्ष) पुत्री इन्द्र सिंह रावत अपने बड़े भाई प्रमोद रावत व छोटे भाई कौशल रावत के साथ कर्मचारी आवासीय कालोनी न्यू कैंट रोड देहरादून मे सरकारी क्वार्टर में रह रही थी। उससे भाई सीएम आवास परिसर में में गायों की देखभाल करते थे। सुलेखा उनके साथ रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी।
इस घटना के विरोध में रविवार को महानगर कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय में एकत्र हुए। जहां से उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए ऐस्लेहाल चौक पर जुलूस निकाला। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की धामी सरकार के पुतले को आग के हवाले किया। इस मौके पर महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर सिह गोगी ने कहा कि भाजपा के राज में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चाहे अंकिता भंडारी हत्याकांड हो या मुख्यमंत्री आवास के सर्वेन्ट क्वार्टर में युवती की आत्महत्या का मामला। इनसे ऐसा प्रतीत होता है कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का झूठा नारा देने वाली भाजपा की प्रदेश में महिलाएं सबसे अधिक असुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार गम्भीर चिन्ता का विषय है, जिसकी जितनी निन्दा की जाय कम है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में जितनी जोर-शोर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा बुलंद किया जा रहा है, उसी गति से महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहे हैं। आज स्थिति यह है कि भाजपा शासित किसी भी प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। अंकिता भंडारी हत्याकांड में राज्य पुलिस लीपापोती कर रही है। मुख्यमंत्री आवास परिसर में सर्वेन्ट क्वार्टर में युवती की आत्महत्या के मामले में भी लीपापोती की आशंका है। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की है।
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