बड़ी खबर- बंद कमरे में देर तक चली पर्यवेक्षक पुनिया की क्लास, एक-एक कर हाजिर हुए कांग्रेसी

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कांग्रेस में हुई गुटवाजी और बयानबाजी के बाद पार्टी हाई कमान ने पर्यवेक्षक पीएल पुनिया को उत्तराखंड भेजा। जिसके बाद पर्यवेक्षक पुनिया ने पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात की। रविवार को पुनिया प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने बंद कमरे में एक-एक कर पहले जिला और महानगर अध्यक्षों के साथ ही विधायकों से बात की।

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रविवार को बहुत दिनों बाद पीसीसी में दिखी हलचल
बड़े दिनों बाद पीसीसी में हलचल देखने को मिली। पर्यवेक्षक पीएल पुनिया के प्रदेश कार्यालय में पहुंचने पर कांग्रेस के सभी नेता पार्टी कार्यालय पहुंचे हुए थे। इस दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी यहां मौजूद थे। लेकिन थोड़ी ही देर में वो यहां से चले गए।


बंद कमरे में देर तक चली पर्यवेक्षक पुनिया की क्लास
रविवार को प्रदेश कार्यालय में पहुंचे। जहां पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, सहित तमाम नेताओं ने उनका बुके देकर स्वागत किया।जिसके बाद पर्यवेक्षक पुनिया की बंद कमरे में देर तक क्लास चली।


अंतर्कलह को दूर करने के लिए पर्यवेक्षक बनकर आए एआईसीसी के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने बंद कमरे में एक- एक कर पहले तो जिला और महानगर अध्यक्षों से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने देर तक एक-एक कर बात की। इस दौरान पुनिया ने मीडिया से दूरी बनाए रखी।


हाईकमान को सौंपेंगे तीन दिवसीय दौरे की रिपोर्ट
पार्टी में लगातार हो रही गुटबाजी को लेकर पार्टी में शांति बनाने के लिए पर्यवेक्षक पुनिया देहरादून पहुंचे हुए हैं। इस दौरान पुनिया ने नेताओं की बात सुनी।


इसके अलावा उन्होंने निकट भविष्य में होने वाले निकाय चुनाव और आम चुनाव के मद्देनजर भी पार्टी और संगठन स्तर पर की जा रही तैयारियों का फीडबैक भी लिया।इसके साथ प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा की गई।


उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे की रिपोर्ट पुनिया पार्टी हाईकमान को सौंपेंगे। हाईकमान को रिपोर्ट सौंपने के बाद ही वहीं से संगठन और पार्टी स्तर पर सभी के लिए संयुक्त दिशा-निर्देश जारी हो सकते हैं।


बंद कमरे में इन विधायकों से हुई बात
पर्यवेभक पुनिया ने प्रीतम सिंह, भुवन कांपड़ी, विक्रम नेगी, हरीश धामी, विरेंद्र जाति, अनुपमा रावत, फुरकान अहमद, सुमित हृदयेश, मदन बिष्ट, रवि बहादुर, आदेश चैहान, खुशाल सिंह अधिकारी, राजेंद्र भंडारी, ममता राकेश, मनोज तिवारी, गोपाल सिंह राणा से बेद कमरे में बात की। इस दौरान तिलक राज बेहड़ स्वास्थ्य खराब होने के कारण यहां उपस्थित नहीं हो पाए।