यशपाल के बयान से खलबली -कांग्रेस से गए लोगों के अलावाभाजपा के कई लोग पार्टी में होंगे शामिल साथ ही भगत के लिए कही यह बात( देखें वीडियो)

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हल्द्वानी एसकेटी डॉटकॉम

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कांग्रेस में वापसी कर चुके दिग्गज नेता यशपाल आर्य के एक बयान से कांग्रेस के साथ ही भाजपा में भी खलबली मच गई है। यशपाल आर्य ने सच की तोप के साथ एक भेंट में कहा कि उनके साथ भाजपा में गए पुराने कांग्रेसियों की तो वापसी होगी साथ ही भाजपा के कई ऐसे लोग कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे जो उनके साथ पिछले साढे 4 साल से जुड़े हुए थे।

यशपाल आर्य का कांग्रेस कार्यकर्ता आगामी 10 नवंबर को हल्द्वानी में भव्य स्वागत का कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जिसमें कई पुराने कांग्रेसियों के अलावा भाजपाई भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं। इसके अलावा कई और कांग्रेसी गोत्र के भाजपाई नेता भी घर वापसी करेंगे ऐसा पार्टी हाईकमान के निर्देश के बाद होगा।

यशपाल आर्य ने कहा कि वह इन साढे 4 वर्षों की भरपाई कांग्रेस की सत्ता वापसी करा कर पूरी करेंगे उन्होंने कहा कि देहरादून में जो कार्यकर्ताओं ने उनकी घर वापसी पर जो सहयोग दिया उसका वह हमेशा ऋणी रहेंगे उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी ,और हरीश रावत, प्रीतम सिंह तथा गणेश गोदियाल का आभार जताया कि उन्होंने उन्हें कांग्रेस में पुनः स्थापित करने का अवसर दिया है।

यशपाल आर्य ने कहा कि उनका कॉन्गस के साथ 40 वर्षों का रिश्ता रहा है जो इन 4 सालों में खत्म नहीं हो सकता है। यशपाल आर्य ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत द्वारा उन उन के प्रति कांग्रेस वापसी पर जो टिप्पणी की उस पर किसी भी तरह का बयान देने से परहेज करते हुए कहा कि उनका स्वभाव ऐसा नहीं है कि वह किसी व्यक्ति पर प्रत्यारोप करें वह विषपान भी कर सकते हैं लेकिन अपने अपने स्वभाव के तहत किसी पर आरोप लगाने से बचते हैं।

उन्होंने कहा कि बंशीधर भगत श्री रामचंद्र की रामलीला में किरदार निभाते हैं रामचंद्र जी के आदर्शों पर चलते भी होंगे। यशपाल आर्य ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम घटाए जाने का समय देकर जनता स्वयं अंदाजा लगा सकती है कि यह किस वजह से घटाएं गए हैं यह दाम तो पहले भी घटाए जा सकते हैं जब जनता त्राहि-त्राहि कर रही थी। उन्होंने कहा जनता सब जानती है समय पर जवाब भी देना जानती है।

उन्होंने भाजपा के साथ अबकी बार 60 पार के नारे पर पलटवार करते हुए कहा कि यह नारा तो एक दो महीने पहले लग रहा था लेकिन अब तो वहां सन्नाटा है। यह जनता जनार्दन, किसान, गरीब मजदूर ही तय करते हैं कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी नारे लगाने से किसी को सीटें नहीं मिल सकती है।