कौन हैं महुआ मोइत्रा?, क्यों हुई संसद से निष्कासित, क्या थे आरोप, जानें यहां

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संसद में एक नाम की जमकर चर्चा हो रही है। यह नाम है तृणमूस कांग्रेस की महिला सांसद महुआ मोइत्रा (Mahuwa moitra) का जिनकी अब संसद से सदस्यता खत्म हो गई है । आइये आपको बतातें है कौन है महुआ मोइत्रा और क्यों इन्हें संसद से हटा दिया गया है।

कौन है महुआ मोइत्रा (Mahuwa moitra)
असम के बंगाली हिन्दू परिवार में जन्मी महुआ मोइत्रा (Mahuwa moitra) का शुरुआती जीवन असम और कोलकाता में बीता। इसके बाद वह अमेरिका चली गई और वहां पर एक सफल बैंकर के रुप में अपनी पहचान बनाई। उन्होनें लंदन में निवेश बैंकर के रुप में काम किया। फिर 2009 में जेपी मॉर्गन में उपाध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद उन्होनें राजनीतिक जीवन में प्रवेश किया और कांग्रेस में कुछ समय के लिए शामिल होने के बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई। 49 साल की महुआ मोइत्रा एक बैंकर से आज संसद तक का सफर तय कर संसद से निष्कासित हो चुकी है। उन्होनें 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की कृष्णानगर सीट से चुनकर संसद तक का सफर तय किया था। हालांकि अब वह सांसद नहीं है। लेकिन उन्होनें कहा है कि उनकी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें कि महुआ मोइत्रा तेजतर्रार नेताओं में से एक हैं। वह लगातार सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार करने के लिए जानी जाती है।

सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने का आरोप
49 साल की महुआ मोइत्रा पर अदाणी समूह और पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर सदन में सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। इस मामले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के माध्यम से मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शिकायत भेजी थी। हालांकि, महुआ ने अपने ऊपर लगे आरोपो को गलत बताया है।

संसदीय वेबसाइट की आईडी-पासवर्ड देने का आरोप
महुआ पर आरोप लगा था कि उन्होनें संसदीय वेबसाइट पर एक गोपनीय खाते में लॉग-इन करने के लिए हीरानंदानी को अपनी आईडी और पासवर्ड दे दिया था, ताकि वह सीधे प्रश्न पोस्ट कर सकें। हालांकि, उन्होनें पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप से इंकार किया था लेकिन लॉन-इन विवरण को साक्षा करने की बात स्वीकारी थी।

आचार संहिता समिति की रिपोर्ट को मंजूरी
वहीं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर लगाए गए इन आरोपों के बाद मामले पर जांच के लिए एक समिति गठित की थी। भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली लोकसभा आचार समिति ने इस महिने की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी। वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता महुआ मोइत्रा पर कैश-फॉर-क्वेरी मामले में गत दिवस को कार्रवाई हुई। भाजपा सांसद विनोज कुमार सोनकर ने मोइत्रा के खिलाफ एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लोकसभा में पेश किया, जिसके बाद उनको संसद से निष्कासित करने की आचार संहिता समिति की रिपोर्ट को मंजूरी दे दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद ने महुआ को निष्कासित कर दिया है।