कौन हैं बॉबी पंवार?, जिस पर लगा सचिवालय में जाकर आईएएस मीनाक्षी सुंदरम के साथ मारपीट करने का आरोप! पड़े खबर
आईएएस मीनाक्षी सुंदरम और उनके स्टाफ के साथ सचिवालय में मारपीट का आरोप बॉबी पंवार और उनके दो साथियों पर लगे हैं. जिसके बाद बॉबी पंवार एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं. आप लोग भी शायद जानना चाहते होंगे की आखिर कौन हैं बॉबी पंवार? जिन्होंने सचिवालय में घुसकर सचिव मीनाक्षी और उनके स्टाफ के साथ मारपीट ही नहीं बल्कि जान से मारने की धमकी भी दे डाली.
सचिवलय में विवाद
6 नवंबर की शाम बॉबी पंवार अपने दो साथियों के साथ सचिव मीनाक्षी सुंदरम से मिलने सचिवालय पहुंचे थे. सचिव ने तीनों को मिलने के लिए कक्ष में बुलाया जहां पंवार ने सचिव मीनाक्षी सुंदरम के साथ गाली-गलौच, जान से मारने की धमकी और मारपीट तक कर दी. जिसके बाद सचिव ने अपने स्टाफ को उन्हें बाहर भेजने के निर्देश दिए. इसके बाद बॉबी ने उनके स्टाफ के साथ भी अभद्रता की. सचिव के स्टाफ की तहरीर पर पुलिस ने बॉबी पंवार समेत तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
कौन है बॉबी पंवार?
बॉबी पंवार उस समय लाइम लाइट में आए थे जब उन्होंने बेरोजगार युवाओं के हकों के लिए लड़ाई लड़ी थी. बता दें दो साल पहले उत्तराखंड में परीक्षाओं में हुई धांधल मामले में बॉबी पंवार बेरोजगार युवाओं की आवाज बने थे. बॉबी पंवार की अगुवाई में कई आंदोलन हुए थे. जिसके कारण उत्तराखंड सरकार को भी कई बड़े फैसले लेने पड़े. युवाओं ने नक़ल विरोधी कानून लागू करने की मांग की थी. जिसकी बदौलत उत्तराखंड में सख्त नक़ल विरोधी कानून लागू किया गया है.
बॉबी पंवार की राजनीति में एंट्री
बॉबी पंवार के सुर्ख़ियों में आने के बाद चौतरफा चर्चा हो रही थी कि शायद पंवार को कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अपना चेहरा बना सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद बॉबी पंवार ने टिहरी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. हालांकि चुनाव परिणाम जब पूरे हुए तो बॉबी पंवार थे तो तीसरे नंबर पर, लेकिन उन्हें मिले मतों का आंकड़ा किसी लोकप्रिय नेता के जैसा ही था. जौनसार के बूथों में बॉबी पंवार को भारी समर्थन मिला था.
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