ब्रेकिंग : कांग्रेस के दो दर्जन पार्षदों ने दिया एक साथ इस्तीफ़ा, मचा हड़कंप

कांग्रेस में जिलाध्यक्ष पद को लेकर एक बार फिर आंतरिक कलह सामने आई है। हिमांशु गावा को ऊधमसिंह नगर कांग्रेस का जिलाध्यक्ष दोबारा बनाए जाने के फैसले से नाराज होकर किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के बेटे सौरभ बेहड़ सहित 11 पार्षदों ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।
इन पार्षदों ने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल को भेजा है। इस्तीफा देने वाले पार्षदों में कहा गया है कि यह निर्णय उन्होंने आपसी सहमति से लिया है।
असंतुष्ट नेताओं का कहना है कि रुद्रपुर में प्रभारी ने रायशुमारी करवाई थी, जिसमें कई नामों पर चर्चा हुई थी, लेकिन फिर भी पुराने जिलाध्यक्ष को ही दोबारा जिम्मेदारी सौंप दी गई। उन्होंने सवाल उठाया कि “जब एक ही व्यक्ति को पद देना था तो रायशुमारी की जरूरत ही क्या थी?”
पार्षदों ने स्पष्ट किया कि उन्हें महानगर अध्यक्ष ममता रानी बेहड़ का तीखा हमला:
किच्छा विधायक और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तिलकराज बेहड़ ने भी गावा की नियुक्ति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा,
“जिलाध्यक्ष अपनी कोई एक उपलब्धि बता दें। जिला गर्त में चला गया है। वह सिर्फ एक व्यक्ति को खुश रखते हैं। मैं उन्हें किसी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकता। एसी रूम में बैठकर काम करने वाले नेता को जिलाध्यक्ष बनाना कांग्रेस के लिए नुकसानदायक है।”
सुशील मंडल (वार्ड-4), इंदरजीत सिंह (वार्ड-36), गौरव खुराना (वार्ड-30), परवेज कुरैशी (वार्ड-20), सौरभ बेहड़ (वार्ड-39), शुभम दास (वार्ड-3), मधु शर्मा (वार्ड-27), अंजलि (वार्ड-23), गौरव गिरी (वार्ड-32), मो. अशफा (वार्ड-13) और शन्नो (वार्ड-26)।
बेहड़ ने कहा कि गावा ने कभी बीजेपी के खिलाफ आवाज नहीं उठाई और पार्टी की हालत खराब कर दी है। उन्होंने खटीमा विधायक भुवन कापड़ी पर भी निशाना साधा और कहा कि “पुराने नेताओं की पार्टी में सेटिंग-गेटिंग चल रही है, इसलिए नए कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
बेहड़ ने चेतावनी दी कि “कांग्रेस ने अगर ऐसे ही निर्णय लिए, तो 2027 के नतीजे देख लेना।”
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