धधक रहे उत्तराखंड के जंगल, उजड़ रहे पक्षियों और जानवरों के रैन बसेरे, आग लगाने वाले तीन लोग अरेस्ट

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धधक रहे उत्तराखंड के जंगल, उजड़ रहे पक्षियों और जानवरों के रैन बसेरे, आग लगाने वाले तीन लोग अरेस्ट
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से वन संपदा के साथ ही जंगली जानवरों और पक्षियों के रैन बसेरे उजड़ रहे हैं। इसके बाद भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जंगलों में धधकती आग इतनी तेजी से फैल रही है कि रिहायशी इलाकों तक आ पहुंची है। वन विभाग समेत अन्य प्रशासनिक विभाग आग बुझाने में जुटे हुए हैं। पुलिस ने आग लगाने वाले तीन लोगों को अरेस्ट किया है।

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प्रदेश में कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक जंगल धधक रहे हैं। कुमाऊं मंडल में वनाग्नि की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आ रहीं हैं। जंगलों में आग लगने के कारण पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा है। करोड़ों की वन संपदा जलकर खाक हो गई है। जंगली जानवरों और पक्षियों के रैन बसेरे उजड़ गए हैं। आग के धुएं के कारण जनता का सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है।

आग लगाने वाले तीन लोग अरेस्ट
रुद्रप्रयाग में वन विभाग की टीम ने तीन लोगों को रंगे हाथ जंगल में आग लगाते हुए पकड़ा है। तीनों को पुलिस के हवाले कर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों की पहचान नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्टन निवासी तडियाल गांव, हेमंत सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी डंगवाल गांव और भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल निवासी डंगवाल गांव को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों ने कबूला सच
नरेश ने पूछताछ में बताया कि बकरियों के लिए नई घास उगे इसके लिए उसने जंगल में आग लगाई। अब आरोपी नरेश को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं वैन विभाग ने हेमंत सिंह और भगवती को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर ही पकड़कर जेल दिया है।

दर्जनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
तीन लोगों की गिरफ़्तारी के साथ ही रुद्रप्रयाग में 19 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इसके साथ ही नैनीताल के हल्द्वानी में 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रशासन ने इसके जंगल में आग लगाने वाले शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया है।