रुड़की पहुंची तीन सदस्य जांच समिति की टीम, निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने की करेगी जांच

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रुड़की पहुंची तीन सदस्य जांच समिति की टीम, निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने की करेगी जांच
रूडकी में रेलवे ब्रिज के पास PWD के द्वारा बनाया जा रहे निर्माणाधीन पुल का स्ट्रक्चर गिरने के मामले में तीन सदस्यीय जांच समिति की टीम घटनास्थल पहुंच गई है. जिसके बाद टीम ने पुल गिरने के कारणों की जांच शुरू कर दी है.


देहरादून से मुख्य अभियंता राकेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने मौके का निरीक्षण किया और पुल गिरने के मामले में विस्तृत जांच की. बता दें शासन स्तर से तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया था. जिसके बाद आज टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर पुल के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए मौके पर पड़ताल की.

शाम तक सौंप दी जाएगी जांच रिपोर्ट
रुड़की पहुंची टीम ने ये भी जांच की कि पुल गिरने के दौरान किसकी लापरवाही है या फिर किसी अन्य कारण से ये घटना घटी है. मुख्य अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले में जांच की जा रही है. सभी बिंदुओं पर गौर किया जा रहा है. आज शाम तक जांच रिपोर्ट उच्च स्तरीय अधिकारीयों को सौंप दी जाएगी.

अचानक गिरा रुड़की में निर्माणाधीन पुल
जानकारी के मुताबिक रुड़की में कावड़ पटरी पर पीर बाबा कॉलोनी है, जहां पर रेलवे स्टेशन को जोड़ने के लिए एक आयरन (लोहे) के पुल का निर्माण मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत विधायक प्रदीप बत्रा के प्रस्ताव पर किया जा रहा था, इस पुल का शिलान्यास साल 2023 में मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया था, वहीं इस पुल को बनाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को दी गई थी.

हादसे में नहीं हुई जान माल की हानि
हाल ही में गंगनहर के पानी को बंद किया गया तो पुल के निर्माण में तेजी लाई गई, वहीं संबंधित ठेकेदार द्वारा पुल का स्ट्रक्चर तैयार कर गंगनहर के ऊपर बांध दिया गया. बताया जा रहा है कि 30 अक्टूबर की रात को गंगनहर में पानी आने के बाद 31 अक्टूबर की सुबह करीब 11 बजे निर्माणाधीन पुल अचानक गिर गया. गनीमत यह रही कि इस हादसे के दौरान कोई मजदूर पुल के ऊपर कार्य नहीं कर रहा था. हादसे में किसी जान माल की हानि नहीं हुई है.

हादसे ने ताजा की 2012 के पुल हादसे की यादें
हादसे ने रूड़की में हुए साल 2012 में पुल हादसे की यादें ताजा कर दी. दरअसल 2012 में नगर निगम के सामने बनाए गए पुल का स्ट्रक्चर भी इसी प्रकार बह गया था, जिसमें चार मजदूर भी पुल के साथ पानी में बह गए थे, हालांकि इस घटना के मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी का कहना है कि पुल को कोई नुकसान नहीं हुआ है, गंगनहर में छोड़े गए पानी के तेज बहाव के कारण एक तार खुलने की वजह से पुल नीचे गिरा है. अन्य कोई जनहानि नहीं हुई है.