‘ये जन्मजात आरक्षण के विरोधी है, नेहरू की संसद में चिट्ठी पढ़कर बोले पीएम मोदी

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पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए बुधवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होनें एक बार फिर पूर्व पीएम नेहरू का जिक्र किया। इस बार पीएम मोदी ने आरक्षण के संदर्भ में नेहरू को घेरा।

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पीएम मोदी ने राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी थी और उस समय देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है। मैं इसका अनुवाद पढ़ रहा हूं। मोदी इसी चिट्ठी का अनुवाद पढ़ते हुए कहते हैं, मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण को कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे और दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। ये पंडित नेहरू की मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी हैं।

ये जन्मजात आरक्षण के विरोधी है- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि इसलिए मैं कहता हूं कि ये जन्मजात आरक्षण के विरोधी है। नेहरू कहते थे कि अगर एससी-एसटी-ओबीसी को नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। आज ये लोग जो आंकड़े गिनाते हैं ना, उसका मूल यहां है। उस समय इन लोगों ने इसे रोक दिया था। अगर उस समय सरकार में भर्ती होती और वो प्रमोशन करत-करते आगे बढ़ते तो आज यहां पर पहुंचते।

बात दें कि पीएम मोदी ने 27 जून 1961 को नेहरू द्वारा देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी का जिक्र किया था। उस चिट्ठी में नेहरू ने पिछड़े समूहों को जाति के आधार पर नौकरियों में आरक्षण की पैरवी ना कर उन्हें अच्छी शिक्षा देकर सशक्त करने पर जोर दिया था। बता दें कि बीते तीन दिनों में पीएम मोदी ने दूसरी बार नेहरू और कांग्रेस पर हमला बोला है