यहाँ अचानक मचा हड़कंप, सरकारी जमीन को लेकर हुआ कुछ ऐसा कि लोग रह गए दंग

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अलीगढ़ के देवी नगला में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष पर सरकारी भूमि कब्जाने का आरोप है। विरोध प्रदर्शन के दौरान पंप, इंजन और बाइक पोखर में फेंकी गई। घटना का वीडियो वायरल होने पर प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला

अलीगढ़ में अचानक मचा हड़कंप, सरकारी जमीन को लेकर हुआ कुछ ऐसा कि लोग रह गए दंग
अलीगढ़ में सरकारी भूमि पर कब्जा

Aligarh: अलीगढ़ के थाना महुआखेड़ा इलाके के देवी नगला में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष पर सरकारी भूमि कब्जाने का गंभीर आरोप लगा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पूर्व मंडल अध्यक्ष ने सरकारी पोखर की भूमि पर कब्जा कर लिया था। इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान एक जबरदस्त हंगामा हुआ।

पंप, इंजन और बाइक फेंकी गई

विरोध के दौरान भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष के समर्थकों ने सरकारी भूमि में भरे पानी को खाली करने के लिए पंप और इंजन का इस्तेमाल किया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विरोध के दौरान उन्होंने विरोध कर रहे व्यक्ति की बाइक को भी पोखर में फेंक दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

हंगामे का विरोध

इस हंगामे का विरोध भाजपा पार्षद के पति और अन्य स्थानीय लोगों ने किया। उन्होंने इस कृत्य को गलत ठहराते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। विरोध बढ़ने पर पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया

हंगामे की सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।

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सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

घटना के दौरान हुई हंगामे की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि भाजपा समर्थक किस तरह से सरकारी भूमि पर कब्जा कर रहे थे और विरोध करने पर बाइक समेत अन्य चीजों को पोखर में फेंका गया।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय लोग इस घटना से नाराज हैं और उनका कहना है कि सरकारी भूमि पर कब्जा करने का यह प्रयास ठीक नहीं है। वे चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले में कठोर कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न घटें।

भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष का बयान

भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि भूमि का उपयोग किया जा रहा था, लेकिन वह अवैध नहीं था। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा नहीं होनी चाहिए और उन्हें घटना की पूरी जानकारी प्रशासन से मिलनी चाहिए।

भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?

प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में राजनीति भी घुसने की संभावना है, क्योंकि आरोप भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष पर हैं, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण मिल सकता है।