नगर निगम में चोरी : प्रॉपर्टी डीलर निकला मास्टरमाइंड, इस वजह से डाला था डाका


देहरादून नगर निगम के रिकॉर्ड रूम से चोरी हुए अहम दस्तावेज चोरी करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें आरोपी ने रिकॉर्ड रूम से जरुरी दस्तावेज चोरी कर जंगल में छिपा दिए थे.
नगर निगम में चोरी मामला
मामले को लेकर नगर निगम के रिकॉर्ड प्रभारी राकेश पांडेय ने 6 को तहरीर दी थी. तहरीरमें उन्होंने बताया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने 4 मई की रात रिकॉर्ड रूम का ताला तोड़कर एक महत्वपूर्ण रजिस्टर चुरा लिया. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने मौके के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने आरोपी प्रॉपर्टी डीलर रविंद्र राणा (33) निवासी को अरेस्ट कर लिया.
प्रॉपर्टी डीलिंग के चक्कर में चुराया था रिकॉर्ड
पूछताछ में रविंद्र ने बताया कि उसका संपर्क प्रवीण रावत के जरिए राजकिशोर नाम के व्यक्ति की राजपुर रोड स्थित संपत्ति को बिकवाने के लिए हुआ था. जब वह दिल्ली की एक पार्टी को जमीन दिखाने ले गया, तो दस्तावेज़ों की जांच में यह सामने आया कि उक्त जमीन का दाखिल-खारिज राजकिशोर के नाम नहीं है. दस्तावेज़ अधूरे थे और निगम से उसे बार-बार टाल दिया जा रहा था.
रिकॉर्ड रूम से घुसकर चोरी का बनाया प्लान
राजकिशोर ने कथित रूप से रविंद्र को कमीशन का लालच देते हुए दस्तावेजों को मैनेज करने को कहा था. योजना के तहत रविंद्र ने अपने भाई योगेश और दोस्त कुलदीप के साथ मिलकर रिकॉर्ड रूम से रजिस्टर चुराने का प्लान बनाया. 4 मई की रात तीनों आरोपी देहरादून पहुंचे और निगम कार्यालय के पीछे से सीढ़ी लगाकर रिकॉर्ड रूम में घुसे.
दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
आरोपियों को रिकॉर्ड रूम में रजिस्टर तो मिला नहीं लेकिन उन्होंने शक में एक दूसरा रजिस्टर चुरा लिया. सुबह होता देख आरोपी वही रजिस्टर अपने साथ लेकर चले गए और उसे आशारोड़ी जंगल में छिपा दिया. रविंद्र की निशानदेही पर पुलिस ने जंगल से चोरी किया रजिस्टर बरामद किया. फिलहाल पुलिस इस मामले में रविंद्र के भाई योगेश और दोस्त कुलदीप की तलाश कर रही है.
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