राजनीति में अपराधियों की घुसपैठ रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने किया ये काम
देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट के द्वारा राजनीति में अपराधीकरण को खत्म करने के लिए एक अहम टिप्पणी की गई है सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अदालत ने कई बार कानून बनाने वालों को आग्रह किया कि वे नींद से जगें और राजनीति में अपराधीकरण रोकने के लिए कदम उठा। वे लंबी नींद में सोए हुए हैं।शीर्ष न्यायालय ने कहा कि कोर्ट की तमाम अपीलें बहरे कानों तक नहीं पहुंच पाई हैं। राजनीतिक पार्टियां अपनी नींद से जगने को तैयार नहीं हैं। कोर्ट के हाथ बंधे हैं। यह विधायिका का काम है। हम सिर्फ अपील कर सकते हैं। उम्मीद है कि ये लोग नींद से जगेंगे और राजनीति में अपराधीकरण को रोकने के लिए बड़ी सर्जरी करेंगे।कोर्ट ने 2020 बिहार चुनाव में उसके आदेश का पालन नहीं करने के लिए सीपीएम और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) पर पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। वहीं, भाजपा, कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), जदयू, राजद, आरएलएसपी और एलजेपी पर एक-एक लाख रुपये का फाइन लगाया गया है।
जानिया कौन-कौन से राजनीति पार्टी को पड़ा कितने का फाइन
भाजपा 1 लाख,कांग्रेस 1 लाख,भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 1 लाख,जदयू 1 लाख,राजद 1 लाख,आरएलएसपी 1 लाख,लोजपा 1 लाख,सीपीएम 5 लाख,एनसीपी 5 लाख
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