अप्रैल से प्रदेश में फिर गहरा सकता है बिजली संकट
फरवरी के खत्म होने के साथ ही प्रदेश में बिजली संकट के लिए सरकार की मुश्किलें बढ़ गई थी। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा मार्च महीने के लिए अपने विशेष कोटे से 72 लाख यूनिट बिजली देने के बाद ये मुश्किलें कुछ हद तक कम होती नजर आयी थी। लेकिन एक बार फिर प्रदेश में अगले महीने से बिजली संकट गहराने के आसार हैं। इसके संबंध में सीएम धामी आज केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से दिल्ली में मुलाकात करेंगे।
इस बार मौसम ज्यादा गर्म रहने वाला है। बारिश के आसार कम हैं। बारिश कम होने से गर्मी में बिजली की ज्यादा मांग होगी। लेकिन प्रदेश में एक बार फिर से अगले महीने बिजली संकट गहरा सकता है। मार्च तक के लिए तो केंद्र सरकार ने भले ही 72 लाख यूनिट बिजली केंद्र सरकार ने अपने गैर आवंटित कोटे से दे दी हो, लेकिन प्रदेश में अप्रैल, मई, जून में भारी बिजली संकट होने की आशंका है।
सीएम धामी आज दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से करेंगे मुलाकात
प्रदेश में बिजली संकट को देखते हुए आज सीएम पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात करेंगे। प्रदेश में बिजली संकट से पार पाने के लिए राज्य सरकार अब केंद्र से मार्च 2024 तक के लिए 400 मेगावाट (96 लाख यूनिट) बिजली की मांग करने जा रही है।
गर्मियों के सीजन में पिछले वर्षों में बिजली मांग पहुंची पांच करोड़ यूनिट प्रतिदिन
सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक बार बारिश कम होने से गर्मी में बिजली की ज्यादा मांग के आसार हैं। उन्होंने कहा कि भले ही 31 मार्च तक के लिए तो केंद्र ने अपने विशेष कोटे से 72 लाख यूनिट बिजली दे दी है लेकिन एक अप्रैल से फिर कमी शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि गर्मियों के सीजन में बिजली की मांग पिछले वर्षों में पांच करोड़ यूनिट प्रतिदिन तक पहुंची है। इस साल भी यह मांग इतनी जाने की संभावना है।
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