राह नहीं आसान : BJP के इन नेताओं ने की बगावत, निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया ऐलान
भाजपा ने नगर निकाय चुनाव को लेकर पालिकाध्यक्ष पदों के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद, सीएम धामी के गृह जिले चम्पावत में पार्टी को एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. टिकट न मिलने से नाराज दावेदारों ने पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. जिससे भाजपा की रणनीति पर असर पड़ सकता है.
निर्दलीय मैदान में उतरेंगी ममता वर्मा
चंपावत नगर पालिका में निवर्तमान पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा ने अपनी पत्नी ममता वर्मा को निर्दलीय पालिकाध्यक्ष पद पर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है. बता दें विजय वर्मा खुद एक लोकप्रिय नेता माने जाते हैं, अपनी पत्नी को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारने से भाजपा के लिए संकट पैदा कर रहे हैं.
लोहाघाट में बगावत
वहीं लोहाघाट नगर पालिका में भी बगावत का माहौल है. पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष भूपाल सिंह मेहता, जो दो बार नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं, ने भाजपा से नाराज होकर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है. भूपाल सिंह ने पार्टी पर आरोप लगाया कि लोहाघाट में सामान्य सीट होने के बावजूद भाजपा ने ओबीसी वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दिया. जिसके बाद से क्षेत्र में उनके समर्थकों में असंतोष है.
इन नेताओं पर जताया भाजपा ने भरोसा
भाजपा ने चंपावत नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमा पांडे को मैदान में उतारा है. वहीं लोहाघाट से निर्वर्तमान पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा पर भरोसा जताया है. दोनों ही प्रत्याशी की अपने-अपने क्षेत्रों में पकड़ है. लेकिन बगावत के कारण भाजपा की राह आसान नहीं है. दोनों बागी नेताओं के मैदान में उतरने से भाजपा के लिए दोनों सीटों पर स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है. अगर पार्टी जल्द ही इन बागियों को मना नहीं पाती है, तो इसका असर आगामी निकाय चुनाव में देखने को मिलेगा.
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