लालकुंआ सीट अब हो गई हॉट, मोहन के सामने हैवीवेट रावत, क्या होगा जनता का रुख
लाल कुआं एसकेड डॉट कॉम
हल्द्वानी लालकुआं एसकेटी डॉट कॉम
लाल कुआं से अब हॉट सीट के रूप में जाने जाने लगी है प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर प्रस्तुत किए गए हरीश रावत नेट लाल कुआं में दस्तक देकर यहां के सर्द मौसम में गर्मी ला दी है। हरीश रावत और यहां भाजपा के प्रत्याशी और पार्टी में अभी शामिल किए गए मोहन बिष्ट के साथ दो-दो हाथ करेंगे। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी मोहन बिष्ट को जिस तरीके से पार्टी में एंट्री के तुरंत बाद टिकट से नवाजा गया है वहीं भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को यह लगा कि कहीं ना कहीं यह ऊपरी तौर पर नेताओं ने बिना किसी खास सर्वे के सिटिंग विधायक के ऊपर एक नेता को तरजीह दी है।
वही कई भाजपा के दावेदार जो लंबे समय से दावेदारी कर रहे थे भी यह पचा नहीं पा रहे हैं की इस तरह से पार्टी ने उनकी दावेदारी को खारिज कर पार्टी में शामिल किए गए मोहन बिष्ट को वरीयता देगी। अब इसमें यह देखा जा रहा है की भाजपा का कोई प्रत्याशी अथवा कांग्रेस का कोई नाराज नेता निर्मली ताल ठोकता है या नहीं कांग्रेस की प्रत्याशी घोषित संध्या डालाकोटी का कहना है कि उन्हें हाईकमान ने एक बार कृपया की घोषित कर दिया है तो किस तरह से नौकरी समय में उसका टिकट काटकर बड़े नेता को उतार दिया है। कॉन्ग्रेस ने टिकटोक मैं काफी फेरबदल किया है जिससे कार्यकर्ताओं और नेताओं में असमंजस की स्थिति है ।
कांग्रेस में हरीश रावत का कद बहुत बड़ा है और इसी सीट पर उनके काफी बड़ी संख्या में समर्थक हैं हरीश रावत के यहां पहुंचने पर उनमें उत्साह का माहौल है दूसरी ओर हरीश दुर्गापाल और हरेंद्र गोरा अगर अपने कार्यकर्ताओं को हरीश रावत को जिताने के लिए झोंक देते हैं तो निश्चित रूप से हरीश रावत को यह सीट जीतने में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी अगर उन्हें यह लगा कि हरीश रावत के बाद वह अपने किसी उत्तराधिकारी को इस सीट पर उतारते हैं तो निश्चित रूप से उनके लिए दिक्कत का माहौल बन सकता है। इसीलिए हाईकमान द्वारा यह समझाया जा रहा है कि हरीश रावत के लिए यह चुनाव हो आखरी चुनाव है और उन्हें मुख्यमंत्री बनने के लिए निश्चित रूप से जीत दर्ज करनी है साथ ही कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए अधिक से अधिक विधायकों को जिताना भी जरूरी है।
भाजपा के प्रत्याशी के तौर पर लोन विश्व में नश्चित रूप से पूरे विधानसभा क्षेत्र में लोगों से हमेशा पहचान बनाई है वह लोगों के सुख दुख में हमेशा खड़े रहते हैं जिसकी वजह से ही वह जिला पंचायत का चुनाव निर्विरोध बहुत बड़े अंतर से जीते थे उनकी लगातार की जा रही पिछले 10 सालों की मेहनत का लोग उन्हें क्या फल देते हैं यह देखने वाली बात है उनके टिकट क्लियर होने के बाद ही कांग्रेस ने रावत को यहां लाने का पैंतरा चला है कांग्रेस का यह फैसला कितना सफल रहता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा इसके साथ ही लोगों को यह भी समझाने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है कि हरीश रावत द्वारा जीत हासिल करने पर वह प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे और मोहन बिष्ट द्वारा जीत जाने से सिर्फ विधायक ही बनना है पुलिस
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