कॉन्पिटिशन के चलते घट सकते हैं शराब के दाम, यहां मिलेगी सस्ती शराब
देश में कोरोना काल मे जब गंभीर स्थिति पैदा हो गई थी। और सरकार को मजबूरी में आकर लोक डाउन लगाना पड़ गया था उस समय जब शराब को एसेंशियल सर्विस में रखकर शराब की दुकानें खोली गई थी उस समय भी कोरोना काल में सबसे ज्यादा शराब पीने वाले लोगों ने शराब खरीदी थी और इस समय ही शराब को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसकी वजह से अन्य राज्यों के अधिकारियों की नींद उड़ गई है बता दें कि राजधानी दिल्ली में शराब के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है जिससे यूपी के अधिकारियों की नींड उड़ गई है।बता दें कि गाजियाबाद और नोएडा के अधिकारियों की नींद अभी से खराब होने लगी है। जानकारी मिली है कि शराब सस्ती होने के साथ ही गाजियाबाद और नोएडा में शराब की तस्करी बढ़ने की आशंका है।
इसी की रोकथाम को लेकर बुधवार को आबकारी विभाग के मेरठ जोन के उच्च अधिकारियों की एक बैठक गाजियाबाद में हुई। बैठक में योजना बनाई गई कि दिल्ली से सटे क्षेत्रों में नए चेकिंग सेंटर खोले जाएं और दिन-रात तस्करी रोकने के लिए निगरानी की जाए।
बता दें कि दिल्ली में नई आबकारी नीति नवंबर माह से लागू होगी। नई आबकारी नीति के लागू होने से दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बीयर एवं विदेशी मदिरा के मूल्यों में भारी अंतर रहने की संभावना है,
जिसके कारण दिल्ली से मदिरा की तस्करी उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में होने के प्रबल आसार हैं। इस तस्करी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने को लेकर ही यह बैठक बुलाई गई थी
गौरतलब है कि अगले कुछ महीनों के दौरान दिल्ली में शराब की बिक्री को लेकर बड़ा बदलाव होने वाला है, क्योंकि शराब के दाम अब सरकार तय नहीं करेगी। दरअसल, कंपनियां तय करेंगी कि शराब की बोतल कितने में बिके। माना जा रहा है कि इससे शहर में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे लोगों को लाभ यह होगा कि उन्हें सस्ते में शराब मिल सकेगी। होगा यह है कि हो सकता है दिल्ली के अलग अलग इलाकों में अलग अलग कंपनियों को काम मिले। इसमें प्रतिस्पर्धा की पूरी संभावना है।
दिल्ली भर में दाम भी अलग अलग हो सकते हैं। सभी कंपनियां अपना माल बेचने की कोशिश करेंगी।गौरतलब है कि सस्ती होने के कारण हरियाणा से दिल्ली में शराब की अधिक तस्करी की जाती है। ऐसे में उम्मीद है कि शराब की तस्करी में कमी आएगी, लेकिन नोएडा और गाजियाबाद में तस्करी बढ़ सकती है।
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