यहाँ दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी राष्ट्रपति मुर्मू, मेधावियों को करेंगी सम्मानित

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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 19 अप्रैल को 26वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू शिरकत कर रही हैं। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।

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आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य
दीक्षांत सामरोह में भी जो अतिथि गण शामिल होंगे उन सभी से कोविड नियमों के तहत 72 घंटे में करवाई गई आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है।
मंच पर मौजूद रहने वाले विवि के तमाम अधिकारियों का हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय 16 अप्रैल को आरटीपीसीआर टेस्ट करवाएगा। इसके साथ ही मुख्य अतिथि के हाथों सम्मानित होने के वाले गोल्ड मेडल लिस्ट और पीएचडी धारकों को आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य है।


थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मिलेगा समारोह में प्रवेश
सोमवार को दीक्षांत समारोह की तैयारियों को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसपी बंसल ने अधिष्ठाताओं, अधिकारियों और विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान समारोह की व्यवस्था और इंतजाम सही समय पर पूरा करने के लिए गठित बीस कमेटियों के अध्यक्षों से अब तक हुई तैयारियों पर जानकारी ली गई।


बैठक में कुलपति ने अधिकारियों से कहा कि विवि के समारोह में राष्ट्रपति के आने से तैयारियों में किसी तरह की चूक न हो इस बात का विशेष ख्याल रखा जाए। दीक्षांत समारोह के लिए सभागार में थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को प्रवेश दिया जाएगा ।
बैठक में दीक्षांत समारोह में बुलाए जाने वाले अतिथियों के लिए निमंत्रण पत्र, विद्यार्थियों की सूचियों और उन्हें समय से आमंत्रित और सूचित करने पर भी निर्णय हुआ। विश्वविद्यालय प्रशासन वेबसाइट पर मेडल और पीएचडी प्राप्त करने वाले छात्रों की संकाय वार सूची अपलोड करेगा।


218 मेधावियों को सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति
19 अप्रैल को होने जा रहे 26वें दीक्षांत समारोह में कुल 218 मेधावियों को गोल्ड मेडल, अवार्ड और पीएचडी उपाधि से नवाजा जाएगा। सत्र 2018-19 के मेधावी नवाजे जाएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन मेधावियों को सम्मानित करेंगी।


विवि प्रशासन ने विद्यार्थियों की सूची जारी कर दी है। विद्यार्थियों को ईमेल, डाक और दूरभाष से सूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सूची के अनुसार 101 को गोल्ड मेडल, 17 को संस्थागत मेडल और अवार्ड के अलावा 100 मेधावियों को पीएचडी की उपाधि देकर नवाजा जाना है।