बोर्ड ने छात्रा को दिए 28 नंबर, रिचेक में हो गया कमाल

ख़बर शेयर करें



उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद का अजीब कारनामा सामने आया है। यहां एक रैंकर बच्ची को एग्जाम में थ्योरी के पेपर में महज 28 नंबर दिया गया। हालांकि छात्रा के संघर्ष ने उसकी योग्यता को साबित कर दिया है।

Ad
Ad


दरअसल देहरादून के बुल्लावाला राजकीय इंटर कॉलेज की छात्रा नेहा ममगाई ने दसवीं की परीक्षा दी। नेहा का परीक्षा परिणाम आया तो वो हैरान रह गईं। उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, गणित और सामाजिक विज्ञान के पेपर में खासे अच्छे नंबर मिले लेकिन विज्ञान में उनके थ्योरी में सिर्फ 28 नंबर ही मिले। नेहा अपने नंबर देख हैरान रह गईं। उन्हे साइंस में थ्योरी में 28 और प्रैक्टिकल में 20 नंबर दिए गए और कुल मिलाकर सौ में से महज 48 नंबर ही मिले।


नेहा को यकीन नहीं हुआ क्योंकि उसके अन्य सभी पेपर्स में 90 से अधिक अंक आए थे। साइंस का उनका पेपर भी अच्छा हुआ था और उन्होंने सभी प्रश्नों को अटेंप्ट किया और उत्तर लिखे। इसके बावजूद महज 48 नंबर आने से वो निराश हो गईं।


इसके बाद उन्होंने बोर्ड से अपनी कॉपी को रिचेक करने की मांग रखी। इसके लिए उन्होंने निर्धारित शुल्क भी जमा किया। आवेदन मिलने के बाद बोर्ड ने नेहा की साइंस की कॉपी रिचेक की तो उन्हे अपनी गलती का पता चला। दरअसल नेहा को अलग अलग प्रश्नों के उत्तर के लिए जो नंबर मिले थे उनका टोटल करने में गलती कर दी गई थी। नेहा को 80 में से कुल 76 नंबर मिल रहे थे लेकिन टोटल में उसे गलती से 28 नंबर दे दिए गए। गलती सामने आने के बाद बोर्ड ने नेहा को 76 नंबर दिए जाने का प्रमाण पत्र जारी किया।


हालांकि नेहा के मुताबिक उनका एक नंबर अब भी कम है। दरअसल बोर्ड ने उन्हे एक प्रश्न के उत्तर के लिए जितने नंबर दिए हैं उसके लिए नेहा के मुताबिक उन्हें एक नंबर अधिक मिलने चाहिए। नेहा के मुताबिक उनके अंक 76 नहीं बल्कि 77 हो रहें हैं हालांकि बोर्ड ने 76 अंक हासिल करने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया।


वहीं बोर्ड की इस लापरवाही के बाद एक जांच कराई जा रही है। आखिर कैसे ऐसी गलती हुई। वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। धन सिंह रावत ने भी इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। धन सिंह रावत ने कहा है कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।