कमिश्नर के छापे ने ही खोल दी प्राधिकरण की पोल, हल्द्वानी विकास प्राधिकरण के कार्यालय ने ही बंद की अवैध कार्यो की फाइलें
हलद्वानी एसकेटी डॉट कॉम
हल्द्वानी मे बन रहे अवैध भवनों के नक्शो मे हो रही लीपापोती तथा पूर्व में बने अवैध भवनों को प्राधिकरण द्वारा बंद किए जाने का मामला आज उजागर हो गया।
कमिश्नर दीपक रावत ने आज हल्द्वानी स्थित विकास प्राधिकरण के कार्यालय में छापा मारा तो सारी कहानी खोल कर रह गई गौरतलब है कि विगत दिवस निरीक्षण के दौरान कमिश्नर रावत को एक ऐसी बिल्डिंग में काम होता मिला जिसे प्राधिकरण और प्रशासन ने सील किया हुआ था इसके बाद उन्होंने ऐसे भवनों की सूची हल्द्वानी विकास प्राधिकरण से मांगी जिनके खिलाफ मानचित्र का सही ढंग से अनुपालन नहीं होने की कार्रवाई चल रही थी ।
इससे पहले कि प्राधिकरण इन फाइलों की सूची कमिश्नर रावत को देता इससे पहले ही कमिश्नर दीपक रावत ने विकास प्राधिकरण के कार्यालय में छापेमारी कर दी। कमिश्नर की छापेमारी में कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ उन्होंने विकास प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय और उप सचिव रिचा सिंह के द्वारा किए गए कार्यों को लापरवाही माना है।
एक मामला ऐसा भी आया है जिसमें सेवानिवृत्त व्यक्ति ही प्राधिकरण की फाइलों पर काम कर रहा है। जबकि इससे गोपनीयता भंग होती है। उन्होंने यह भी पाया कि वर्ष 2017 तक जिलाधिकारी रहते हुए जिन भवनों के खिलाफ नक्शे और पार्किंग मैं गड़बड़ी करने के आरोप में कार्रवाई शुरू की गई थी उन्हें विकास प्राधिकरण द्वारा खुद ही बंद कर दिया है। कमिश्नर दीपक रावत ने दोनों अधिकारियों को घोर लापरवाही बरतने के चलते कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात भी कही। हालांकि प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय फिलहाल छुट्टी पर चल रहे हैं कमिश्नर रावत ने प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की है
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