Tesla Share Price: भारत आने से पहले ही Tesla के शेयरों में भारी गिरावट, रिकॉर्ड हाई से 50% तक फिसला

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Tesla Share Price: बीते दिन यानी सोमवार को टेस्ला के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई। करीब 15% तक शेयर का प्राइज लुढ़क गया। ये सितंबर 2020 के बाद एलन मस्क(elon musk) की कंपनी टेस्ला(Tesla) का सबसे खराब ट्रेडिंग डे रहा। इस गिरावट का असर सिर्फ टेस्ला तक सीमित नहीं था। बल्कि पूरे नैस्डैक इंडेक्स में भी लगभग 4% की गिरावट दर्ज की गई। ये 2022 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट(tesla stock) थी।

Elon Musk

7 हफ्तों से लगातार गिर रहा है Tesla Share Price

टेस्ला के शेयरों(Tesla Share Price) में लगातार सातवें हफ्ते गिरावट दर्ज की गई। ये कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक नकारात्मक ट्रेंड है। 2010 में नैस्डैक पर लिस्टिंग के बाद से ये अब तक का सबसे लंबा डाउनट्रेंड है।

रिकॉर्ड हाई से आधे पर पहुंचा शेयर

बता दें कि 17 दिसंबर को टेस्ला का शेयर 479.86 डॉलर के उच्चतम(tesla stock) स्तर पर था। लेकिन वहां से 50% से अधिक की गिरावट आ चुकी है। इस गिरावट की वजह से टेस्ला की मार्केट वैल्यू में 800 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमी आई है। सोमवार का दिन टेस्ला के इतिहास में सातवां सबसे खराब कारोबारी दिन रहा।

बड़े बाज़ारों में घटती पकड़

टेस्ला को दुनिया के बड़े इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जर्मनी में बिक्री में 70% की गिरावट देखी गई। जो मस्क की राजनीति में सक्रिय भागीदारी के कारण ब्रांड इमेज पर पड़े असर को दिखाती है। ग्राहक अब टेस्ला की विश्वसनीयता और मस्क के फैसलों को लेकर सवाल उठाने लगे हैं।

किन कारणों से गिर रहा है टेस्ला का शेयर?

इन वजहों से टेस्ला में आ रही भारी गिरावट:-

  1. अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी – टेस्ला को कनाडा और मैक्सिको जैसे बाजारों में व्यापारिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
  2. उत्पादन लागत बढ़ने की आशंका– टैरिफ बढ़ने से ऑटो सेक्टर की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट प्रभावित हो सकती है।
  3. एलन मस्क के विवाद– मस्क के अन्य बिजनेस और विवादों का असर टेस्ला की छवि पर भी पड़ रहा है।

निवेशकों के लिए चिंता का विषय

निवेशकों के लिए ये स्थिति चिंता का कारण बन सकती है। टेस्ला की लंबी अवधि की संभावनाएं अभी भी मजबूत हो सकती हैं।लेकिन फिलहाल शेयर बाजार में इसका दबाव जारी है। अब देखना होगा कि कंपनी कैसे इन चुनौतियों से उबरती है और निवेशकों का भरोसा दोबारा जीतती है