चलती बस में सॉल्व हो रहा था भर्ती परीक्षा का पेपर, 50 से अधिक गिरफ्तार

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राजस्थान में पुलिस ने एक बड़े पेपर सॉल्वर गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से अधिकतर पेपर खरीदने वाले थे।


राजस्थान में सरकारी स्कूलों में वरिष्ठ शिक्षकों की भर्ती के लिए एक परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा से ठीक पहले उदयपुर के पास पेपर हल करने की कोशिश करते हुए कम से कम 40 लोग पकड़े गए। ये सभी लोग एक ही बस में सवार थे और उनको बस में ही पेपर सॉल्व कराया जा रहा था।


दरअसल पुलिस को सूचना मिली कि वरिष्ठ शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की गई परीक्षा का पेपर कुछ लोगों ने लीक कर दिया है। इस इनपुट के साथ ही पुलिस को एक बस के बारे में भी जानकारी दी गई। पुलिस ने बस का पीछा शुरु किया। ये बस उदयपुर की ओर जा रही थी।


लोगों को शक हुआ और पकड़े गए
दरअसल चलती बस से आ रही स्पीकर की आवाज को देखकर कुछ लोगों को शक हुआ था। इसके बाद ही लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस इस बस के पीछे लग गई। हालांकि पुलिस ने बस को काफी दूर तक फॉलो किया लेकिन वो सही मौके का इंतजार कर रही थी।


चाय का आर्डर और काम तमाम
इस बस का पीछा करते समय पुलिस सही समय का इंतजार कर रही थी और वो सही समय आया चाय के आर्डर के साथ। दरअसल पेपर सॉल्वर्स की बस एक ढाबे पर रुकी और वहां एक साथ चालीस चाय का आर्डर दिया गया। बस फिर क्या था। पुलिस का शक यकीन में बदल गया। पुलिस को यकीन हो गया कि बस में सवार सभी लोग एक साथ हैं। इसके बाद पुलिस ने पूरी बस को अपने कब्जे में ले लिया।


एक दिन पहले बुलाया, बस में स्पीकर लगवाए
पता चला कि परीक्षा से एक दिन पहले सभी अभ्यर्थियों को उदयपुर बुलाया गया। वहां पर रात भर बैठकर पेपर सॉल्व कराया गया। सुबह सभी लोगों को एक बस में बिठाकर जालोर रवाना हुए। इस बस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई। तीन लोगों को बस में पेपर सॉल्व कराने और प्रैक्टिस कराने के लिए बिठाया गया। बस में स्पीकर भी लगाए गए ताकि सभी लोगों को आसानी से आवाज मिल सके। ये बस भी सॉल्वर गैंग की ही थी जो राजस्थान रोडवेज से अटैच है।


इस सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई नाम का व्यक्ति निकला। ये शख्स खुद सरकारी शिक्षक है। बताया जा रहा है कि परीक्षा से करीब 15 दिन पहले नकल गिरोह खड़ा करने की तैयारी शुरु हुई। अभ्यर्थियों से संपर्क किया गया। ज्यादातर ऐसे अभ्यर्थी चुने गए जो किसी न किसी के पहचान में या फिर रिश्तेदार, दोस्त हो। सभी लोगों को पास कराने की 100 प्रतिशत गारंटी दी गई और ये भी दावा किया गया कि वो अब तक कई भर्ती परीक्षाओं में लोगों को पास करा चुका हैं। सभी लोगों से 5 से 15 लाख में डील तय हुई। करीब आधा पैमेंट एडवांस में लिया गया।