रंजीत रावत ने गुरु हरीश पर फिर किया वार कहा दवाब की राजनीति के लिए भाजपाइयों से कर रहे हैं गुलदस्ते गुलदस्ते का खेल भाजपा पर भी साधा निशाना (देखें वीडियो)

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रामनगर एसकेटी डॉट कॉम

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कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे रंजीत रावत ने एक बार फिर अपने गुरु हरीश रावत पर यह कहकर निशाना साधा कि वह प्रदेश अध्यक्ष और सीएलपी नेता के चुनाव में हाईकमान पर दबाव बनाकर निर्णय लेने से रोक रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा में बिना नेता के मुद्दे उठाती रही और वही अब महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ सड़कों पर बिना अध्यक्ष के संघर्ष कर रही है वहीं कुछ बड़े नेता अपने हित साधते हुए इन दोनों नेताओं के चयन में हाईकमान को दबाव में ले रहे हैं।

सच की तोप के साथ वार्ता करते रंजीत रावत

दोनों पदों पर अब तक चयन हो जाना चाहिए जैसे कार्यकर्ताओं को नेतृत्व के साथ संघर्ष करने में आसानी रहती उन्होंने कहा कि जिस तरह से अपने चेहरे को मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए प्रोजेक्ट करने की मांग को लेकर और कई टिकटों की अदला बदली करके पार्टी को सत्ता में आते आते रोक दिया और भारतीय जनता पार्टी जिस की विदाई होनी थी वह इस झगड़े के बीच जनता के बीच यह साबित करने में सफल रही कि कांग्रेस में बहुत बड़ा अंतर्द्वंद है।

रंजीत रावत ने सच की तोप के साथ अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से यह कहा गया कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और सत्ता में आने के बाद केंद्रीय नेतृत्व विधायकों में से जिसको भी नेतृत्व देगा उसके नेतृत्व में सरकार बनेगी लेकिन इसके बावजूद चेहरे और मुझे भी मुख्यमंत्री बनाओ यह राह बनाते हुए कुछ लोगों में जबरदस्ती टुकड़ों को कई कई हफ्तों तक होल्ड पर रखा जिससे कैंडिडेट और जनता में यह संदेश है कि कांग्रेस पार्टी मैं ठीक नहीं चल रहा है । तथा उनके नेता आपस में लड़ रहे हैं ।

जिससे यह हुआ कि जिस पार्टी की विदाई होनी थी वह वापसी कर गई और जिसे वापसी करनी थी वह बुरी तरह से पराजित हुए । अगर सही तरीके से टिकटों का वितरण होता तो जनता में साफ़ संदेश जाता और पार्टी वापसी करती। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनके गुरु रहे हरीश रावत भाजपा नेताओं से मिल रहे हैं और गुलदस्ते गुलदस्ते का खेल चल रहा है उसे निश्चित रूप से वह हाईकमान पर दबाव बनाना चाहते हैं यह दबाव किस तरह का है यह सभी जानते हैं इसी दबाव के चलते नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का चयन नहीं हो पा रहा है जिससे निश्चित रूप से पार्टी को नुकसान हो रहा है।

उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर इसी तरह से दबाव की राजनीति के तहत काम हुआ तो पार्टी के लिए कोई अच्छे संकेत नहीं है लेकिन कांग्रेस जिस तरह से संघर्ष कर रही है और संघर्ष से लोगों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया तो कांग्रेस के लिए काफी अच्छा मौका हो सकता है।

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि निजीकरण के चलते चलते आज दिन यह है कि यूक्रेन से एयर इंडिया के माध्यम से लोगों को भारत लाने के लिए 20000 के टिकट के बदले ₹80000 खर्च करने पड़ रहे हैं जबकि खाड़ी युद्ध के समय एयर इंडिया के द्वारा हजारों लोगों को मुफ्त में लाया गया क्योंकि उस समय एयर इंडिया सरकारी था और आज इस सरकार ने एयर इंडिया को ही बेच भेज दिया है

80 से अधिक प्रतिशत सरकारी प्रतिष्ठानों का निजीकरण हो गया है जिसका लाभ सिर्फ पैसे वाले लोगों को हो रहा है गरीबों के लिए इस निजी कारणों से कोई लाभ नहीं हो रहा है। उन्होंने हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने के सवाल पर कहा कि भाजपा के नेताओं के इशारे पर प्रशासन सिर्फ और सिर्फ छोटे लोगों पर निशाना साध रही है जबकि बड़े नेताओं और अधिकारियों के अतिक्रमण वैसे ही खड़े हैं