Ram Mandir: उत्तराखंड का हुड़का तो दिल्ली की शहनाई, कई राज्यों के वाद्ययंत्रों से गूंजेगी प्राण प्रतिष्ठा

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सोमवार को भव्य राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर उत्साह और जनता की उम्मीदें लौकिक चरम पर पहुंच गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को घोषणा की कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को मंगल ध्वनि नामक एक मनमोहक संगीत कार्यक्रम द्वारा चयनित किया जाएगा। ट्रस्ट ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रत्येक भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जो प्रभु श्री राम के उत्सव और सम्मान में विविध परंपराओं को एक साथ लाएगा। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरु किया जाएगा।

मंदिर ट्रस्ट ने भव्य संगीत कार्यक्रम का दिया संदेश
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मंदिर ट्रस्ट ने भव्य संगीत कार्यक्रम पर एक संदेश के साथ कुछ पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, भक्ति में डूबे हुए, अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह सुबह 10 बजे राजसी मंगल ध्वनि से सुशोभित होगा। विभिन्न राज्यों के 50 से अधिक उत्कृष्ट वाघयंत्र इस शुभ अवसर पर एक साथ बजेंगे और लगभग दो घंटे तक गूंजते रहेंगे।

ट्रस्ट ने जानकारी दी कि विभिन्न राज्यों के अनोखे वाद्ययंत्र, दिव्य आर्केस्ट्रा में एकजुट होंगे। भारत की सदियों पुरानी परंपराओं को अपनाने और पुनिर्जीवित करने का एक महत्तवपूर्ण अवसर है।

इन राज्यों से यह वाघयंत्रों का होगा वादन
बता दें कि कार्यक्रम का एक प्रमुख पहलु पारंपरिक वाद्ययंत्रों का वादन होगा, जैसे यूपी से पखावज, बांसुरी और ढोलक, कर्नाटक से वीणा, महाराष्ट्र से सुंदरी, ओडिशा से मर्दाला, एमपी से संतूर, मणिपुर से पुंग, असम से नगाड़ा और काली, छत्तीसगढ़ से तंबूरा, दिल्ली से शहनाई, राजस्थान से हत्था, पश्चिम बंगाल से श्रीखोल और सरोद, आंध्र प्रदेश से घाटम, झारखंड से सितार, गुजरात से संतार, उत्तराखंड से हुड़का और तमिलनाडु से नागस्वरम, तविल और मृंदगम की गूंज होगी।

कई घंटो तक गूंजेगा परिसर
ट्स्ट से मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर परिसर दो घंटे तक पारंपरिक भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों से गूंजता रहेगा। इससे पहले, शुक्रवार को जय श्री राम के हर्षोल्लास के बीच रामलला की मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘प्राण प्रतिष्ठा’ को चिह्नित करते हुए अनुष्ठान करेंगे, जबकि लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम मुख्य अनुष्ठान का नेतृत्व करेगी।