बारिश ने मचाई हाहाकार, केदारनाथ में बादल फटने से आया सैलाब, कई श्रद्धालु फंसे

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उत्तराखंड में बीती रात हुई बारिश ने प्रदेशभर में तबाही मचाई हुई है. रुद्रप्रयाग में बारिश इस तरह कहर बनकर बरसी की बदल फटने से सैलाब आ गया. केदारघाटी में भारी बारिश के चलते हाईअलर्ट जारी किया गया है. वहीं बड़ी लिंचोली में फंसे लोगों का रेस्क्यू अभियान जारी है.


केदारनाथ में भारी बारिश के कारण भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता वाशआउट हो गया है और रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर आ गये हैं. मौक़े पर रेस्क्यू टीमें तैनात है. लगभग 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया है. सेक्टर गौरीकुंड द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि नदी का जल स्तर बढने के कारण मंदिर खाली करवा दिया गया है. सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है.

केदारनाथ यात्रा पर लगाई रोक
गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर बादल फटने से स्थिति खराब हो गई. जिससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. नदी किनारे की इमारतों को हटा दिया गया है. बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए रुद्रप्रयाग के जिला मजिस्ट्रेट ने केदारनाथ यात्रा पर रोक लगा दी है. मंदाकिनी नदी के किनारे लोगों की सहायता करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसडीआरएफ कर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने गौरीकुंड के निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है.

सीएम धामी करेंगे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज रुद्रप्रयाग और टिहरी गढ़वाल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण करेंगे. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है. इन क्षेत्रों में फंसे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं