विधि विधान के साथ हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद

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हेमकुंड साहिब के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। आज इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी गई और इसके बाद कपाट बंद कर दिए गए।


सोमवार सुबह 10 बजे गुरुद्वारे में सुखमणी पाठ शुरु हुआ। इसके बाद शबद कीर्तन और इसके बाद साल की अंतिम अरदास पढ़ी गई। दोपहर एक बजे हुकुमनामा किया गया और पवित्र गुरुग्रंथ साहिब को 418 इंजीनियर कोर सेना के बैंड की मधुर धुन के बीच पंच प्यारों की अगुवाई में दरबार साहिब से सचखंड में स्थापित किया।


इस मौके पर हेमकुंड साहिब में करीब 1500 श्रद्धालु शामिल हुए। इनमें हेमकुंड साहिब के प्रधान ट्रस्टी जनक सिंह का जत्था, जालंधर से भगत सिंह का जत्था, करनाल से अमरजीत का जत्था व अन्य श्रद्घालु शामिल रहे। इस साल दो लाख 47 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में दर्शन किए।


वहीं हेमकुंड साहिब में लगातार बर्फबारी हो रही है। धाम में करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है। इसके चलते इस साल कपाट बंद होने में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है।