अब नहीं होगी नेटवर्क समस्या, लगेंगे 32 टावर,यहां पर बनेगा पहला टोल प्लाजा

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दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जारी है । ऐसे में आपकी डाट काली क्षेत्र से आगे निकलते ही वन क्षेत्र में गणेशपुर (यूपी) तक मोबाइल के सिग्नल गायब होने की समस्या भी गायब हो जाएगी । एक्सप्रेस-वे के 12 किमी हिस्से में बनने वाली एलेवेटेड रोड के दोनों किनारों पर छोटे-छोटे करीब 32 मोबाइल टावर लगाए जाएंगे। आर्थिक गलियारे के रूप में करीब 12,300 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के निर्माण में इस बात का भी ध्यान रखा गया गया है। इसके लिए केंद्र के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के साथ ही अन्य स्वीकृतियां ली जा चुकी हैं।


अब नहीं होगी नेटवर्क समस्या, लगेंगे 32 टावर
डाट काली मंदिर से आगे गणेशपुर तक दो-दो किमी के गैप में, जबकि घुमावदार वाले स्थानों पर 300 से 400 मीटर की दूरी पर टावर लगाए जाएंगे। इसके लिए इन दिनों अस्टिमेंट तैयार किया जा रहा है, इसके बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। एनएचआई के अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा होने से पहले प्रक्रिया पूरी करते हुए क्षेत्र को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ दिया जाएगा।


सुंदरपुर में बनेगा पहला टोल प्लाजा
जब आप दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर गाड़ी 100 से भी ज्यादा की स्पीड में दौड़ाएंगे तो इसके लिए आपको टोल के रूप में अच्छे खासे पैसे भी चुकाने होंगे। यह पैसे कितने होंगे, यह तो बाद में तय किया जाएगा, लेकिन देहरादून से दिल्ली जाते हुए पहला टोल प्लाजा सुंदरपुर गांव (गणेशपुर, यूपी) के पास बनेगा।


हर टोल प्लाजा पर रहेगी एंबुलेंस
परियोजना में हर टोल प्लाजा पर किसी भी आपात स्थिति के लिए एक एंबुलेंस तैनात रहेगी। इसके अलावा हर 60 किमी की दूरी पर भी एक-एक एंबुलेंस तैनात किए जाने का प्रावधान एनएचएआई की ओर से किया गया है।