अब नहीं हो पाएंगे Khatu Shyam Baba के दर्शन!, इस समय तक बंद रहेंगे मंदिर के कपाट

Ad Ad Ad
ख़बर शेयर करें
sikar-khatu-shyam-mandir-darshan-closed-for-7-hours-every-saturday

Khatu Shyam Baba Darshan Timing: राजस्थान के सीकर जिले में प्रमुख खाटू श्याम(sikar khatu shyam mandir) जी के दर्शन करने लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है। इसी बीच खाटू श्यान जी के दर्शन को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी हुई है। ऐसे में अब अब भक्त सात घंटे तक बाबा खाटू श्याम के दर्शन (khatushyam baba Darshan) नहीं कर पाएंगे। अब से हर शनिवार करीब सात घंटे के लिए मंदिर के कपाट बंद रहेंगे।

khatu shyam baba photos

अब नहीं हो पाएंगे खाटू श्याम बाबा के दर्शन! Khatu Shyam Baba Darshan Timing

नई गाइडलाइन के अनुसार अब भक्त सात घंटे तक Khatu Shyam Baba के दीदार नहीं कर पाएंगे। अब से हर शनिवार को रात 10.00 बजे से लेकर सुबह 5.00 बजे तक खाटूश्याम मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। इस दौरान भक्त बाबा के दर्शन नहीं कर पाएंगे। ये कदम मंदिर की श्याम भक्तों की सुविधा और मंदिर की व्यवस्थित कार्य प्रणाली को देखकर लिया गया है।

भीड़ नियंत्रित करने के लिए उठाया कदम

खाटू श्याम मंदिर कमेटी की ओर से जारी बयान के अनुसार मंदिर में बाबा के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। इसी भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए ये कदम उठाया गया है। साथ ही मंदिर में कार्यरत स्टाफ को आराम देने के लिए भी ये फैसला लिया गया है। ऐसे में सभी भक्तों से निवेदन किया गया है इस निर्धारित समय पर दर्शन करने ना आएं।

इस टाइम तक बंद रहेंगे Khatu Shyam Baba मंदिर के कपाट

श्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान की माने तो पुरानी परंपरा के चलते ये फैसला लिया गया है। अब से खाटू श्याम जी के दर्शन हर शनिवार रात 10:00 बजे से लेकर रविवार सुबह 5:00 बजे तक नहीं होंगे।

छुट्टी वाले दिन भारी भीड़

वैसे तो अमुमन खाटू श्याम बाबा के दर्शन के लिए भारी भीड़ लगी रहती है। लेकिन ये भीड़ शनिवार-रविवार समेत छुट्टी वाले अन्य दिनों में काफी बढ़ जाती है। खासकर त्यौहारों पर मंदिर में पैर रखने की भी जगह नहीं होती। औसतन यहां पर करीब एक लाख भक्त रोजाना बाबा के दर्शन करने आते है। जिसके चलते भीड़ को कंट्रोल करना मंदिर ट्रस्ट के लिए बड़ी चुनौती बन जाती है।

Khatu Shyam को श्रीकृष्ण ने दिया था आशीर्वाद

आपको बता दें कि महाभारत के युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने घटोत्कच के बेटे बर्बरीक को अपनी सिर दान में देने की बात कही थी। बिना कुछ सोचे बर्बरीक ने अपना शीश श्रीकृष्ण को दान में दे दिया था। ऐसे में भगवान कृष्ण ने ये बर्बरीक को ये आशीर्वाद दिया थी कि कलियुग में तुम्हें मेरे नाम से पूजा जाएगा। इसके बाद से ही राजस्थान के सीकर में खाटू श्यान की बड़ी मान्यता है।

Ad