चारधाम यात्रा में लोगो की परेशानी को देखते हुए जारी की नई sop, दी राहत
राज्य में उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश के बाद चार धाम यात्रा शुरू हो गयी है। और यात्रा शुरू होने के साथ ही अब लोगो को दिक्कतों का सामने करना पड़ रहा है। जानकारी के लिए बता दे कि चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने पंजीकरण कराया है। ई-पास भी हासिल कर लिए गए, लेकिन अब समस्या यह हो गई है कि कई लोग ई-पास लेने के बाद भी दर्शन करने नहीं आ रहे हैं। ऐसे में पंजीकरण कराने के बाद ई-पास के लिए आवेदन करने वाले लोगों को ऑनलाइन पास नहीं मिल पा रहे हैं। देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर सीट फुल होने का मैसेज आ रहा है। अब समस्या का समाधान हो जाएगा।
धर्मस्व विभाग की ओर से अब नया आदेश जारी किया है। धर्मस्व एवं तीर्थाटन सचिव हरिचंद्र सेमवाल ने कहा कि एसओपी के अनुसार जो पंजीकृत तीर्थयात्री निर्धारित तिथि को चारधाम नहीं पहुंच पा रहे हैं, उनके स्थान पर अन्य पंजीकृत तीर्थयात्री चारधामों में दर्शन को जा सकेंगे।आयुक्त गढ़वाल/मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड , जिलाधिकारी चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी को आदेश पर तत्काल अमल किये जाने के लिए कहा गया है। साथ ही तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी अनुपालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। निर्धारित संख्या पूरी होने के कारण अन्य लोगों को ई-पास नहीं मिल पा रहे हैं।उत्तराखंड शासन के धर्मस्व विभाग की ओर से जारी एसओपी में तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। शासन के संज्ञान में आया है कि 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा में देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट में पंजीकृत तीर्थयात्रियों में से प्रतिदिन कम श्रद्धालु चारधाम पहुंच रहे हैं। एसओपी के अनुसार बदरीनाथ धाम में 1000, केदारनाथ धाम में 800, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री धाम के लिए एक दिन में 400 तीर्थयात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे।
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