#mine-माइन माफिया ने हड़पी गरीब महिला की जमीन अब सीएम से लगाई गुहार, सुसाइड की दी चेतावनी
बागेश्वर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आयाहै। जहां एक महिला ने आत्महत्या की धमकी दी है। महिला ने न्यान ना मिलने के कारण आत्महत्या की धमकी दी है।
.
बागेश्वर की जीवंती देवी ने दी आत्महत्या की चेतावनी
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले की रहने वाली जीवन्ती देवी ने न्याय ना मिलने के कारण सीएम धामी को खत लिखकर आत्महत्या की चेतावनी दी है। जीवन्ती देवी का कहना है कि उनकी 115 नाली जमीन को मोहन चन्द्र भटट ने कंती परिहार को बेच दिया है। जिसकी शिकायत उन्होंने एसडीएम कोर्ट में 20 मई 2023 को दर्ज कराई थी। तीन महीने तक उनका केस पेंडिग रहा। जिसके बाद उन्होंने जिला कोर्ट बागेश्वर में केस डाला।
जीवंती देवी ने लगाए ये आरोप
जिलाधिकारी ने उनका केस स्टडी करने के बाद उन्हें कोर्ट में बुलाया और कुन्ती परिहार के वकील से कहा कि 15 नाली जमीन पूरन चन्द्र भट के नाम से है। इसके साथ ही जीवन्ती देवी का कहना है कि जिलाधिकारी ने कहा कि ये राजस्व विभाग है आप समझौता करके रजिस्टरी करवा लो। जिसके बाद वकील ने कहा कि दूसरी तारीख में समझौता कर लिया जाएगा।
जिसके बाद दूसरी तारीख में वकील ने राजस्व विभाग की रिपोर्ट गलत बताकर अगली तारीख मांगी। अगली तारीख में जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग की रिपोर्ट मंगाई इसके साथ ही एसडीएम को भी पेश होने को कहा। लेकिन कुंती परिहार का वकील पेश नहीं हुआ। जिसके बाद उन्हें वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए उन्हें जोड़कर मामले की सुनवाई की गई।
जिलाधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप
जिलाधिकारी ने कहा कि समझौता नहीं करोगे तो पूरी माईन बन्द कर दूंगी। सुनवाई के बाद कुंती परिहार का वकील समझौते के लिए मान गया। जिसके बाद एक लाख 25000 में समझौता हुआ और दूसरे दिन की तारीख दी। दूसरे दिन कुंती परिहार का वकील जिला कोर्ट में नहीं आया और ना ही उसने फोन रिसीव किया।
इस बारे में जब जीवंती देवी ने जिला अधिकारी को बताया तो जिलाधिकारी ने पूरी माईन बन्दी का आश्वाशन दिया। दो दिन के बाद जिलाधिकारी का आदेश लेटर जीवंती देवी के घर पहुंचा जिसमें लिखा गया था कि जब तक कुंती परिहार का समझैता नही करेगा तब तक उनके आदेशों का पालन किया जाए। अक्टूबर महीने में माईन खोली जाएगी तब जमीन का पैसा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री से किया ये अनुरोध
जीवंती देवी का कहना है कि अक्टूबर महीने में माईन को खोल दिया गया। जब इस बारे नें जिलाधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने उनके आदेशों को खारिज कर दिया है। जबकि उन्हें ना उनकी जमीन मिली है, ना खेत बचा ना उसकी पेमेंट मिली। जीवंती देवी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वो बेहद ही गरीब हैं मुकदमा नहीं लड़ सकती हैं इसलिए उन्हें न्याय दिलाया जाए।
जिलाधिकारी बागेश्वर होंगी मेरी मौत की जिम्मेदार
जीवंती देवी ने उनके गांव में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच करने की गुहार भी सीएम धामी से लगाई है। जीवंती देवी ने कहा है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो वो आत्महत्या कर लेंगी। इसकी जिम्मेदार जिलाधिकारी बागेश्वर होंगी।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें