बेला,उमा तथा रेनू पर किस्मत मेहरबान दीपिका एवं ज्योति को नई जमीन की तलाश

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जिला पंचायत आरक्षण में बड़ी महिला नेत्रियों के नामो की चर्चा
हलद्वानी skt. कॉम
जिले के प्रथम नागरिक के तौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष को सम्मान मिलता है। पंचायती चुनावो में आरक्षण प्रक्रिया को सरकार ने जारी किया है। अभी 2 दिन आपत्तियों के बाद 18 को इसका अंतिम प्रकाशन होना है।।

लेकिन अभी सरकार ने जो आरक्षण पर किया है उसे कुमाऊं की छह जिलों में से दो जिलों की अध्यक्ष रह चुकी महिलाओं की सीटों का आरक्षण बदल जाने से उन्हें इस बार जिला पंचायत में अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए दूसरी जमीन तलाशनी पड़ेगी। ।

पिथौरागढ़ की जिला पंचायत अध्यक्ष रही दीपिका बोरा की बास्ते अब एससी के लिए आरक्षित हो गई है। वही चम्पावत जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति रॉय की रैघाव सीट एससी महिला के लिए आरक्षित हो गई।

जिससे अपने जिले की प्रथम नागरिक रही ज्योति राय एवम एवम दीपिका बोरा को भी अगर जिला पंचायत में इंट्री लेनी होगी तो नई जगह की तलाश करनी होगी ।

वही इस मामले में नैनीताल जिले की अध्यक्ष रही बेला तोलिया पर किस्मत मेहरबान है। उनकी रामडी आन सिंह सीट पूर्व की तरह सामान्य महिला के लिए ही आरक्षित घोषित हुई है। जिससे उनके समर्थकों के साथ ही क्षेत्रीय जनता में भी खुशी का माहौल है।

इस सीट से निर्विरोध चुनाव जीतने के बाद बेला तोलिया जिला पंचायत अध्यक्ष की पद पर भी निर्विरोध ही निर्वाचित घोषित हुई थी इस क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करने के साथ उनका सुलभ रहना और खुश मिजाज एवं शांतिप्रिय व्यवहार लोगों के बीच हमेशा चर्चा का विषय रहा है।

उनके लिए यह मौका एक बार फिर आसान बना सकता है इस रामडी आन सिंह सीट पर उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों और कोरोना काल में लोगों को व्यक्तिगत एवं जिला पंचायत के माध्यम से उपलब्ध कराई गई सहायता को अभी लोग याद कर रहे हैं।

पनियाली के डीडी जोशी ने बताया कि कोरोना काल में उनके माध्यम से लोगों को राशन एवं अन्य सहायता मिलती रही है। वही चौसला के सीपीआर्य ने कहा कि जब भी गाँव के विकास के लिए उनके पास प्रधान के माध्यम से कोई प्रस्ताव गया है तो उन्होंने हमेशा उसे पर सकारात्मक निर्णय लिया है।

आम जनता के बीच बेला तोलिया अब पूरे जिला पंचायत क्षेत्र में लोकप्रिय चेहरा हैं। बिगत कार्यकाल में उनका कोई भी नेगेटिव पॉइंट नही रहा है। उनकी इस सीट पर उनके निकालने में उनके अलावा अभी कोई बड़ा नाम नहीं है

राजनैतिक हलकों की जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की ओर से अभी तक किसी ने खुलकर दावेदारी नहीं की है और भाजपा की ओर से भी सोशल मीडिया के अलावा कहीं भी कोई बड़ा दावेदार सक्रिय दिखाई नहीं दे रहा है । जबकि जिला पंचायतअध्यक्ष के रूप में सबसे मजबूत चेहरे के रूप में बेला तोलिया सभी के लिए चिरपरिचित है। इसीलिए रामडी आन सिंह जिला पंचायत क्षेत्र में पार्टी को उनके नाम पर समर्थित प्रत्याशी के तौर पर मोहर लगाने में कोई दिक्कत आने की संभावना नहीं है। क्योंकि पार्टी ऐसे प्रत्याशी पर दाव लगाएगी जो पूर्व में ही लोगों के बीच में लोकप्रिय हो। कुल मिलाकर यह कहां जा सकता है कि जिस तरह से बेला तोलिया का लोगों के बीच में व्यवहार रहा है अगर पार्टी उनके नाम पर समर्थित उम्मीदवार एक तौर पर मोहर लगाती है तो निश्चित रूप से जीत उनकी झोली में जा सकती है।

वही अल्मोड़ा जिले की अध्यक्ष रही उमा सिंह की सीट भी सामान्य महिला और उधम नगर जिले की अध्यक्ष रही रेणु गंगवार की सीट भी पिछड़ी महिला के लिए ही आरक्षित है इसलिए इन तीनो को अलग से जमीन तलाशने की जरूरत नही पड़ेगी। अपनी सीट पर आसानी से जीत हासिल करने का दम रखने वाली महिला पद अनुरूप होने पर अध्यक्ष पद पर भी दावा ठोक सकती है