यौन शोषण की शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई तो छात्रा ने आग लगाकर कैंपस में लगाई दौड़, दिल दहला देगा मामला

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Studet set herself on fire: ओडिशा(Odisha) के बालेश्वर से जो मामला सामने आ रहा है उसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएंगी। यहां पर एक बीएड सेकेंड ईयर की छात्रा ने कॉलेज कैंपस में खुद पर केरोसीन डालकर आग लगा ली। यौन उत्पीड़न के खिलाफ शिकायत के बावजूद सहायता न मिलने पर उसने ये दर्दनाक कदम उठाया। ये घटना शनिवार दोपहर करीब एक बजे हुई। जिसके बाद छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 95% जलने के बाद सोमवार 14 जुलाई को AIIMS भुवनेश्वर में 20 साल की स्टूडेंट ने दम तोड़ दिया। चलिए विस्तार से समझते है पूरा मामला आखिर है क्या?

Odisha

ओडिशा में छात्रा ने कॉलेज में खुद को लगाई आग Odisha Studet set herself on fire

दरअसल ये घटना फकीर मोहन कॉलेज कैपस की है। जहां पर 20 साल की लड़की ने खुद को आग लगा दी। ये पूरी घटना कैंपस में लगे CCTV में रिकॉर्ड हो गई। इसी कॉलेज के बीएड डिपार्टमेंट के एचओडी समीर कुमार साहू पर पीड़ित छात्रा समेत बाकी छात्राओं के शारीरिक और मानसिक शोषण करने का आरोप हैं। कॉलेज प्रशासन द्वारा साहू की शिकायत की गई थी। लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो छात्रा ने खुद को आग लगा ली।

ओडिसा की छात्रा खुद पर केरोसीन छिड़क कर आग लगाकर कॉलेज में दौड़ लगाती है।

टीचर करता था यौन शोषण

कॉलेज में इंटीग्रेटेड बीएड डिपार्टमेंट के एचओडी समीर कुमार साहू के खिलाफ बीएड सेकेंड ईयर की कुछ छात्राओं ने प्रिसिंपल से शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था कि HOD उनका मानसिक शोषण करता है। तो वहीं एक स्टूडेंट ने ये तक कहा कि HOD ने फिजिकल होने को भी कहा था। इस टीचर के खिलाफ पहले भी कई शिकायते आई थी। लेकिन कोई भी एक्शन नहीं लिया गया था।

छात्रा की श‍िकायत पर नहीं हुई कार्रवाई

इसी कॉलेज में पढ़ने वाली एक बीएड छात्रा ने भी HOD पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया। इसके लिए छात्रा ने कॉलेज प्रशासन को लिखित शिकायत दी। लेकिन कार्रवाई तो दूर की बात है। आरोपी को सस्पेंड तक नहीं किया गया।उल्टा लड़की को ही चुप रहने की सलाह दी गई।

लपटों में घिरी लड़की कैंपस में दौड़ लगाती है। लोग उसके पीछ भागते हैं।
लपटों में घिरी छात्रा कैंपस में दौड़ लगाती है।

आठ दिन तक जिंदगी और मौत के बीच लड़की रही लड़ाई

जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 6 जुलाई को छात्रा ने कॉलेज में ही खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। वहां मौजूद लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक शरीर का 95% हिस्सा जल चुका था। पहले बालासोर अस्पताल और फिर AIIMS भुवनेश्वर रेफर किया गया। आठ दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ने के बाद 14 जुलाई उसकी मौत हो गई।

मरने से पहले लिखा था लेटर

बता दें कि मरने से पहले छात्रा ने एक लेटर लिखा था, “मैं शांति खो चुकी हूं…जब मैंने शिकायत की तो किसी ने नहीं सुना… अब मैं खुद को खत्म कर रही हूं…”

प्रिंसिपल ने क्या कहा

बता दें कि छात्रा भी HOD की शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास गई थी। प्रिंसिपल से मुलाकात के बाद ही छात्रा ने खुद को आग लगाई थी। इसी पर प्रिंसिपल ने भी अपनी सफाई पेश की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि, “छात्रा मुझसे मिलने आई, मैंने 20 मिनट तक उसे समझाया, लेकिन वो कहने लगी कि अब और इंतजार नहीं कर सकती और यहां से चली गई। करीब 15-20 मिनट बाद पता चला कि उसने खुद को आग लगा ली है।”

एचओडी गिरफ्तार, प्रिंसिपल सस्पेंड

लड़की के आत्‍मदाह करने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ी। जिसके बाद पुलिस ने एचओडी समीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही ओडिशा सरकार ने इस मामले में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही के चलते प्रिंसिपल घोष को भी निलंबित कर दिया।

छात्रा की मौत के बाद पूरे ओडिशा में प्रदर्शन शुरू

छात्रा की मौत के बाद ये मामला बड़ा हुआ। पूरे ओडिशा में प्रदर्शन शुरू हो गया। साथ ही राजनितिक पार्टिया भी इस मामले में अपने-अपने बयान देने लगी। लोगों ने आरोपी शिक्षक और कॉलेज प्रशासन पर “संगठित हत्या” का आरोप लगाया

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