उत्तराखंड में घटिया नमक सप्लाई पर हंगामा: मोर्चा ने खाद्य मंत्री की भूमिका पर उठाए सवाल

उत्तराखंड में घटिया और मिलावटी नमक मामले को लेकर नई बहस छिड़ गई है। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने खाद्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए है। जन संघर्ष मोर्चा का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में वास्तविक जिम्मेदारों को बचाया जा रहा है, जबकि निर्दोष राशन विक्रेताओं को नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
जन संघर्ष मोर्चाने खोला ने खोला खाद्य मंत्री के खिलाफ मोर्चा
विकासनगर में पत्रकार वार्ता करते हुए रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि घटिया नमक खरीद में मिलीभगत और कमीशनखोरी के मामले में नोटिस खाद्य मंत्री को जारी होना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय राशन विक्रेताओं और अन्य लोगों को नोटिस थमा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सील बंद पैक नमक ही विक्रेताओं को दिया गया था, जिसे उसी रूप में उपभोक्ताओं तक पहुंचाया गया। ऐसे में विक्रेताओं का इसमें क्या दोष है।
राशन विक्रेताओं को भेजे नोटिस को वापस लेने की मांग
नेगी ने आरोप लगाया कि यह नमक खाद्य मंत्री के इशारे पर खरीदा गया और कमीशनखोरी के चलते जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया गया। उन्होंने कहा कि मोर्चा ने कई महीने पहले ही अघुलनशील और घटिया नमक मामले पर सरकार और खासतौर से खाद्य मंत्री को चेताया था, लेकिन चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया। मोर्चा ने मांग की है कि सरकार खाद्य मंत्री की मिलीभगत के मामले में संज्ञान ले और कमीशनखोरी की जांच कराए। साथ ही राशन विक्रेताओं को जारी नोटिस तुरंत वापस लिए जाएं।
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