यहाँ मारपीट में घायल युवक की मौत के बाद चौकी इंजार्ज सस्पेंड, अस्पताल में हंगामा
देहरादून में कुछ दिनों पहले मारपीट में घायल युवक विपिन रावत की मौत हो गई है। वो अस्पताल में एडमिट था। इस मामले में मुकदमा दर्ज न करने पर लक्खीबाग चौकी इंजार्ज को सस्पेंड किया गया है।
आपको बता दें कि 25 नवंबर को देहरादून के तहसील चौक स्थित दून दरबार में बंजारावाला के रहने वाले विपिन रावत अपने दोस्तों के साथ खाना खाने पहुंचे। इसी दौरान उनका विनीत अरोड़ा नाम के एक युवक से विवाद हो गया। आरोप है कि इसी विवाद में विनीत ने बेसबॉल स्टिक से विपिन पर जानलेवा हमला कर दिया और इस हमले में विपिन गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे उसके दोस्तों ने महंत इंद्रेश अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां आज उसकी मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चमोली विधायक राजेंद्र भंडारी अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए। उनका साथ देने के लिए कुछ ही देर में प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी पहुंच गए। इसके साथ ही अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी धरने पर बैठ गए। विपिन मूल रूप से चमोली के रहने वाले थे। विपिन के परिजनों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने शुरु से लापरवाही बरती और आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट नहीं लिखी। लक्खीबाग चौकी इंजार्ज की भूमिका पर भी विपिन के परिजनों ने सवाल खड़े किए। आरोप है कि हमलावर रसूखदार परिवार से आते हैं लिहाजा पुलिस ने कार्रवाई से दूरी बनाई और यही वजह रही कि विनीत अरोड़ा दबाव के बाद हिरासत में लिया गया और अदालत ने उसे जमानत भी दे दी।
वहीं इस मामले में पुलिस की लापरवाही का ये आलम है कि इतनी बड़ी घटना हो गई और न तो एसएसपी ने कोई कार्रवाई की और न ही डीजीपी ने इस मामले में अपने मातहतों से कोई रिपोर्ट ली। जब हंगामा मचा, विधायक धरने पर बैठे तो बात सीएम तक पहुंच गई। इसके बाद सीएम को जब सच्चाई पता चली तो उन्होंने देहरादून एसएसपी को निर्देश दिए कि तत्काल चौकी इंजार्ज को सस्पेंड किया जाए। इसके बाद चौकी इंचार्च प्रवीण सैनी को सस्पेंड किया गया।
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