हरीश रावत के चेहरे पर तो नही लेकिन नेतृत्व में होगी भाजपा से लड़ाई
दिल्ली एसकेटी डॉट कॉम
राहुल गांधी प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बातचीत के बाद उत्तराखंड की उलझन सुलझ गई है। हरीश रावत ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा हाईकमान के सामने यह तय हुआ है कि चुनाव का नेतृत्व हरीश रावत करेंगे। जिसमें सभी लोगों को सहयोग करना होगा। मुख्यमंत्री के चेहरे पर पूछे गए सवाल पर हरीश रावत ने कहा कि के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ही विधान मंडल दल के नेता के नाम का ऐलान करता है कांग्रेस की यह परंपरा रही है कि चुनाव के बाद विधानमंडल दल की बैठक होती है जिसके बाद मुख्यमंत्री कौन होगा यह बताएं हाईकमान करता है।
राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ हुई बात के बाद अब प्रदेश के अन्य नेताओं को हरीश रावत के नेतृत्व में हो रहे चुनाव के लिए सहयोग करना होगा उन्हें अपनी ढपली अपना राग छोड़कर सिर्फ और सिर्फ चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन के अनुसार ही कार्य करना होगा प इससे पहले पहले गणेश गोदियाल ने कहा कि बातचीत में यह तय हुआ कि हरीश रावत ही चुनाव का नेतृत्व करेंगे।
कॉन्ग्रेस के अंदर की गुटबाजी पर अब विराम लगने की संभावना है। प्रदेश प्रभारी को भी आलाकमान ने नसीहत दी है ऐसा गुप्त सूत्रों से पता चला है। वैसे हरीश रावत ने एक मोर्चे पर तो सफलता प्राप्त कर ली है दूसरे गुड जिसका नेतृत्व प्रीतम सिंह और देवेंद्र यादव कर रहे थे उनके द्वारा जो अभियान समिति के अलावा अपने कार्यक्रम तय किए जा रहे थे उन पर अब रोक लगने की संभावना है।
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