हल्द्वानी -यहां दो सगे भाइयों को ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में बेच डाली सरकारी जमीन, अब कानून के चुंगल में फंसी गर्दन
आज के समय में हर कोई व्यक्ति कम समय में ज्यादा रुपए कमाना चाहता है इसके लिए चाहे वह गलत रास्ते पर क्यों ना जाए उसकी परवाह नहीं करता एक ऐसा ही मामला हल्द्वानी का सामने आया है यहां पर दो सगे भाइयों ने ज्यादा पैसा कमाने के लालच में सरकारी जमीन का सौदा कर दिया और पोखर पर कॉलोनी काटकर कई लोगों में बेच डाली जब इसकी जांच की गई तो जांच के बाद अब सगे भाइयों की गर्दन कानून के चंगुल में है। ये सगे भाई पेशेवर प्रोपर्टी डीलर है और आशंका जताई रही है कि इस जोड़ी ने ऐसे और भी कई कारनामे किए होंगे।
इस मामले में गणपति विहार जौलासाल करायल हल्द्वानी निवासी कमला बिष्ट पत्नी हरेंद्र सिंह बिष्ट ने बीती 13 मार्च 2019 को डीआईजी को एक शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने सगे भाई जगत सिंह व नन्दन सिंह पुत्रगण स्व. प्रेम सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। डीआईजी ने इस मामले की जांच प्रभारी एसआईटी (भूमि) बीएस भाकुनी को दी।
जांच के लिए भूखण्ड, मकान की पैमाईश रिपोर्ट तथा सही चिन्हीकरण के लिए उपजिलाधिकारी को पत्र लिखा गया। जिस पर राजस्व अधिकारी ने उपरोक्त भूखण्ड की पैमाईश रिपोर्ट नक्शे के साथ उपजिलाधिकारी को सौंपी। रिपोर्ट में पोखर की भूमि पर कुछ लोगों के प्लाट, मकान व रास्ते दर्शाए गए और कहा गया कि जगत सिंह व नन्दन सिंह ने अपनी भूमि की प्लॉटिंग कर प्लाट बेचते समय सरकारी पोखर की भूमि को कब्जा कर उसमें प्लाटिंग काट दी तथा अपने खेतों की रजिस्ट्री कराकर कब्जा पोखर की भूमि पर करा दिया।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि दोनों भाइयों ने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी पोखर की भूमि को अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए खुर्द-बुर्द तथा नष्ट कर दिया। इतना ही नहीं, भूमि का मालिकाना हक हस्तान्तरित करने में सरकारी स्टाम्प ड्यूटी की चोरी कर लाभ भी अर्जित किया गया और ये एसआईटी प्रभारी की जॉच रिपोर्ट में साफ तौर पर अंकित किया गया है।
आरोपियों के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि अभियुक्त व्यक्ति अपनी ऊंची पहुंच तथा रसूख का इस्तेमाल कर उक्त मामले में कार्रवाई नही होने दे रहे हैं तथा सरकारी पोखर की भूमि पर आज भी निर्माण कार्य हो रहा है। इसके अलावा जांच में अत्यधिक विलम्ब होने से प्रार्थिनी तथा उसके परिवार को खतरा पैदा हो गया है।
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