हल्द्वानी- 81 पेड़ कटे 13 दिन तक अंधेरे में रहे आला अफसर अब हुई बड़ी कार्यवाही

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हल्द्वानी। तराई केंद्रीय डिवीजन से जुड़ी हल्द्वानी रेंज के जंगल में तस्करों ने एक के बाद एक सखैर के 81 पेड़ों पर आरी चला दी। मगर हैरानी की बात ये है कि मामला संज्ञान में आने के 13 दिन तक रेंज से बात बड़े अधिकारियों यानी डिवीजन क्रार्यालय तक नहीं पहुंची। अवैध कटान की घटना की लेकन फिलहाल फरेस्ट गार्ड को निलंचित कर दिया गया है। जबकि रेंजर को अटैच किया गया है। बड़ा सवाल ये है कि भारी संख्या में पेड़ों का कटान एक रात में किया गया है। फिर जंगल में, कई दिनों तक खेल जारी था। और किसी को भनक भी नहीं लगा। एसडीओ की विस्तृत जांच बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

तराई केंद्रीय डिवीजन की हल्द्वानी रेंज के टांडा बनक से जुड़े प्लाट संख्या 160 में 65 और मोटाहल्दू बीट के प्लाट संख्या 154 में 16 पेड़ो पर आरी चलाई गई है। दोनों बीट का चार्ज फारेस्ट गार्ड उमेश बिष्ट के पास था। अवैध कटान मामला छह जुलाई को फहली बार तराई केंद्रीय डिवीजन के अधिकारियों के पास एक मुखबिर के माध्यम से पहुंचा, था। जिसके बाद डीएफओ के निर्देश पर विभागीय टीम ने जंगल का निरीक्षण किया। इसके बाद पेड़ों के कटान की पुष्टि भी हो गई। एसडीओ की शुरुआती जांच में पता चला कि रेंजर और रेंज कर्मचारियों को 23 मगर ताज्जुब की बात यह थी कि न उच्चधिकारियों को सूचना दी गई। रेजर ने कार्रया तो दूर क घटनास्थल का निरीक्षण भी नहीं किया। अथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर अब रेंजर आनंद कुमार को डीएफओ कार्यालय से अटैच करने के साथ ही फारेस्ट गार्ड उमेश बिष्ट को निलंबित कर दिया गया है। डीएफओ तराई केंद्रीय उमेश तिवारी ने बताया कि रेंज स्तर से कार्रवाई नहीं करना और सूचना न देना लापरवाही है

दूसरे जंगल में भी छानबीन खैर के पेड़ों के अवैध कुदान से जुड़ा

मामला फिलहाल दो प्लाट से जुड़ा है। जांच टीम को इसके साथ दूसरे जंगल में भी काबिंग और छानबीन के निर्देश दिए गए है। अज्ञात के विरुद्ध तस्करी मामला दर्ज करने के साथ ही एसओजी और अन्य रेंजी की टीम भी तस्करों की तलाश में जुटी है।

प्रमुख वन संरक्षक सिन्हा तक पहुंचा मामला

तराई केंद्रीय डिवीजन से जुड़े मामले को लेकर वन मुख्यालय से भी पल पल की अपडेट ली जा रही है। सीसीएफ कुमाऊं डा. चीरज पाडे से प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा को मामले की पूरी जानकारी भी ली है। दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो फारेस्ट गार्ड ने केज कार्यालय को कटान की जानकारी दी थी। बातचीत से जुड़ा आडियो भी वाट्सएप ग्रुप में वायरल हटा दिया गया।