ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी हल्दुचौड – नशे के आदी एक गुट ने दूसरे पर किया वार यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने लिया एक्शन, इतने छात्रों को किया सस्पेंड
हल्दुचौड एसकेटी डॉट कॉम
ऐसा लगता है की नशा शिक्षा पर हावी होता जा रहा है नशे के आदि छात्रों ने पैसे नहीं देने पर अपने ही कॉलेज के दूसरे छात्रों पर हमला कर दिया जिसके बाद यूनिवर्सिटी बंधन हरकत में आया और उसने इस झगड़े में शामिल 7 छात्रों को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया है
ग्राफिक ऐरा यूनिवर्सिटी हल्द्वानी कैंपस से पढ़कर अपने घर लौट रहे छात्र आपस में भिड़ गए। जिसमे एक छात्र का सिर फूटा है। तीन युवकों ने डंडों व लोहे के रॉडों से हमला बोल दिया। जैसे-तैसे छात्र भागकर दोबारा ग्राफिक ऐरा पहुंचे और बाद में वहां से उन्हें चिकित्सालय पहुंचाया गया।
घायल सचिन रावत ने इस मामले में तीन युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर पुलिस को सौंपी है।हल्दूचौड़ स्थित ग्राफिक ऐरा कैंपस से पढ़ाई के बाद आज दोपहर सचिन रावत, रक्षित चिलवाल, प्रबल पाल और दिव्यांशु दरमवाल अपने घरों के लिए रवाना हुए। मोटाहल्दू से देवलचौड़ जाने वाले रास्ते में जंगल में सचिन रावत को मयंक पाठक, रजत भंडारी व उदित नेगी ने रोक लिया। आरोप है कि तीनों युवकों ने सचिन से नशे के लिए रुपये मांगे। मना करने पर वे मारपीट पर उतारू हो गए।
तीनों ने सचिन को डंडो और लोहे की रॉडों से पीटा। जिससे उसका सिर फट गया। तीनों ने उससे कहा कि वे अपने दूसरे साथियों को बुलाएं वर्ना वे उसे और मारेंगें। इसके बाद मजबूर सचिन ने प्रबल को कॉल कर मोटाहल्दू बुलाया रक्षित और दिव्यांशु के साथ प्रबल मौके पर पहुंचे। वे गाड़ी से उतर ही रहे थे कि हमलावर युवकों ने उन पर भी डंडों व रॉडों से हमला कर दिया।
वे किसी तरह जान बचाकर ग्राफिक ऐरा कैंपस की ओर भागे।एक प्राध्यापक को उन्होंने पूरी घटना बताई। बाद में कालेज से ही उन्हें चिकित्सालय पहुंचाया। देवलचौड़ निवासी सचिन ने हल्दूचौड़ पुलिस को तीनों आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर सौंपी है। बताया जा रहा है प्रबंधन ने सात छात्रों को निलंबित कर दिया है।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें