अंकिता भंडारी हत्याकांड में वनतरा रिजॉर्ट में काम कर रही पूर्व कर्मचारी इशिता ने किया बड़ा खुलासा

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ऋषिकेश स्थित वनंतरा रिजार्ट में हुई अंकिता भंडारी की हत्या के बाद मेरठ के साकेत में रहने वाली महिला ने भी सोमवार को मीडिया के सामने चुप्पी तोड़ी। महिला ने बताया कि रिजार्ट अय्याशी का अड्डा था। पुलकित आर्य, सौरभ और अंकित की तिकड़ी जिस्मफरोशी कराती थी। साथ ही नशे का सामान भी रिजार्ट में मुहैया कराया जाता था। स्टाफ पर भी पुलकित और उसका पीए अंकित बुरी नजर रखते थे। यही देख महिला अपने पति के साथ नौकरी छोड़कर मेरठ लौट आई थी। इनके नौकरी छोड़ने के बाद 28 अगस्त को अंकिता भंडारी ने रिजार्ट में नौकरी शुरू की थी।

अंकिता भंडारी की हत्या के बाद पुलिस जांच में सामने आया था कि पुलकित और अंकित के उत्पीड़न से तंग आकर मेरठ के विवेक और उनकी पत्नी इशिता ने भी वनंतरा में ढाई महीने नौकरी करने के बाद छोड़ दी। दंपती रिजार्ट में नौकरी करता था और वहीं रहता था। इशिता का कहना है कि नौकरी छोड़ने के एक महीने बाद भी नौकरी के लिए पुलकित की काल आई थी।

रिजार्ट में आने वालों को करता था ब्लैकमेल

इशिता का कहना है कि पुलकित अपने कृत्यों को पिता डा. विनोद आर्य से छिपाता था। डा. विनोद आर्या पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के भाजपा से निष्कासित नेता हैं। रिजार्ट में काम करने वाले हर व्यक्ति से कहा जाता था कि विनोद आर्य के सामने कोई भी बात शेयर न करें। इशिता ने बताया कि रिजार्ट में आने वाले लोगों को ब्लैकमेल भी किया जाता था। पुलकित अपने पिता की धौंस जमाता था। इशिता ने बताया कि एक पटवारी रिजार्ट में हर समय कमरा लेकर रहता था। पुलकित का पीए अंकित उस पर बुरी नजर रखता था। इसलिए पति विवेक को मुझसे अलग करने की साजिश रची जाने लगी थी। पति पर स्पीकर चोरी का आरोप लगाकर पटवारी से शिकायत की गई थी। उनकी हरकतों से तंग आकर नौकरी छोड़कर चले आए थे। अंकिता की हत्या के बारे में सुनकर लगा की हमारा निर्णय सही था।