राज्य के हर जिले में होगा ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर

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उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार राज्य को ड्रोन प्रशिक्षण का हब बनाने की तैयारी में लगी हुई है। इसमें उसको ITDA का खासा सहयोग मिल रहा है।


उत्तराखंड में अब युवाओं को ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। राज्य सरकार ने उत्तराखंड के युवाओं को ड्रोन पायलट बनाने की बड़ी योजना पर काम शुरु कर दिया है।
उत्तराखंड में अब हर जिले में एक ड्रोन स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में ITDA पूरी तैयारी में लगा है। ड्रोन प्रशिक्षण देने वालों को तैयार किया जा रहा है। इन प्रशिक्षकों को तैयार करने के बाद ये अन्य युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए तैयार हो जाएंगे।


सरकार का मानना है कि ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण पाने के बाद युवाओं के लिए रोजगार के नए साधन पैदा होंगे। पहाड़ों में ड्रोन की मदद से कई कामों को सुलभ बनाया जा सकता है। हाल ही में एक पैथोलॉजी कंपनी ने सैंपल को उत्तरकाशी से देहरादून तक लाने के लिए ड्रोन का सफल प्रयोग किया था।


उत्तराखंड में अक्सर आने वाली आपदाओं के मद्देनजर भी ये ड्रोन बेहद कारगर साबित हो सकते हैं। आपदा के समय राहत सामग्री पहुंचाने में ड्रोन की मदद ली जा सकती है।
देश में ड्रोन प्रशिक्षण के लिए फिलहाल 30 के करीब सेंटर हैं। वहीं उत्तराखंड ऋषिकेश में आईडीपीएल ट्रेनिंग का एक सेंटर खोला जा रहा है।


हिमाचल में सेब की पेटी पहुंचाई
उत्तराखंड में हालांकि अभी इसपर शुरुआती काम हो रहा है लेकिन हिमाचल में ड्रोन का प्रयोग अब सेब की पेटी पहुंचाने में होने लगा है। हिमाचल के किन्नौर में एक दुर्गम इलाके निचार में बने सेब के बागान से सेब की पेटी लेकर ड्रोन ने नीचे मिनी स्टेडियम तक पहुंचा दिया। एक पेटी का वजन लगभग 12-18 किलो के करीब होता है। आम तौर पर इस दुर्गम इलाके से एक सेब की पेटी लाने के लिए एक आदमी को पांच घंटे का समय लग जाता है।