बिन्दुखत्ता -आपदा पीड़ित महिला की करुण व्यथा उसकी जुबानी-रावत जी हमारा कुछ कर दीजेए कोई नही सुन रहा है हमारी ( देखिये वीडियो)

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लालकुआ एसकेटी डॉटकॉम

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बिंदुखतता के इंदिरा नगर द्वितीय में अक्टूबर 18 को आई भीषण आपदा से प्रभावित परिवारों को अभी तक सरकार की ओर से ₹4000 की आर्थिक सहायता से अलावा कुछ भी नहीं मिला यह परिवार प्राइमरी स्कूलों में रहने को मजबूर है तथा लोगों के द्वारा दिए गए राशन पर ही इनकी गुजर-बसर चल रही है इसके अलावा उन्होंने अपने जानवरों को रिश्तेदारों के घरों में छोड़ा हुआ है।

इन महिलाओं ने आज पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत के सामने अपना दुखड़ा रोया हरीश रावत आज बिंदुखट्टा के आपदा प्रभावित 7 परिवारों से मिले इन परिवारों को अलग-अलग विद्यालयों में टिकाया आया गया है।

आपदा पीड़ितों ने कहा कि मैं अभी तक सरकार की ओर से कुछ भी नहीं मिला है। जबकि उनके यहां केंद्रीय कैबिनेट मंत्री अजय भट्ट प्रभारी मंत्री स्वामी यदि स्वरानंद प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के अलावा विधायक और भाजपा के तमाम विधायक का टिकट चाहने वाले दावेदार यहां पर पहुंच चुके हैं लेकिन किसी ने भी उनके पुनर्वास की कोई कोई पहल नहीं की है आश्वासन की घुट्टी पर वह अपना जीवन चला रहे हैं उन्होंने हरीश रावत से मांग की है कि उनका पुनर्वास किया जाए और भविष्य में गोला से होने वाले नुकसान से उन्हें बचाया जाए। कई लोगों ने यह भी कहा कि वन विभाग हाथी कॉरिडोर के नाम पर वहां पर लाखों पैसे तो लगा रहा है लेकिन गोला से जमीन बचाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तत्काल जिलाधिकारी से फोन पर बात की और उन्हें याद दिलाया कि ऐसी भूमि पर भी रहने वाले जो राजस्व गांव नहीं है के पुनर्वास की भी व्यवस्था का प्रावधान है उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए ऐसे लोगों के लिए आर्थिक सहायता भी जी जानी चाहिए। वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से इनके पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

इस मौके पर महिलाओं ने कांग्रेस की नेत्री एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी द्वारा उन्हें दी गई आर्थिक सहायता के अलावा 500 स्क्वायर फीट भूमि देने पर उसका आभार भी व्यक्त किया। संध्या डालाकोटी ने पूर्व मुख्यमंत्री से इनके पुनर्वास के लिए सरकार पर दबाव डालने तथा सहयोग के द्वारा उनके लिए आवाज बनाए जाने का विरोध किया